Ranchi: झारखंड विधानसभा में गुरुवार को केंद्र सरकार के पास झारखंड के बकाये राशि का मुद्दा फिर से उठा. चर्चा के दौरान वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के सामने हाथ जोड़ दिये. कहा हमलोग हार गये. केंद्र सरकार हमका बकाया पैसा नहीं दे रही. आप सदन में उनके प्रतिनिधि हैं. आपसे करबद्ध प्रार्थना है कि आप झारखंड का पैसा हमें दिलवाइये. 15वें वित्त आयोग की राशि को लेकर सदन में आये सवाल के बाद झारखंड सरकार के दो मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और राधाकृष्ण किशोर ने साफ कहा कि केंद्र झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. हम बीजेपी शासित प्रदेश नहीं हैं इसलिए हमारा फंड रोका जा रहा है. केंद्रीय मंत्री मिलने का समय नहीं दे रहे.
केंद्रीय मंत्री मिलने का समय नहीं देते
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि 15वें वित्त आयोग की राशि केंद्र से प्राप्त करने के लिए झारखंड सरकार लगातार कोशिश कर रही है. फंड प्राप्त करने की सारी शर्तें पूरी कर ली गई है. मंत्री ने कहा कि उन्होंने तीन बार केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय को इस संबंध में पत्र भी लिखा, लेकिन अबतक कुछ नहीं हुआ. 1385 करोड़ रुपये के लिए तीन बार वे पत्र लिख चुकी हैं. इसपर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आप दल बल लेकर दिल्ली जाइये और तकनीकी गड़बड़ियों को ठीक करिये. इसपर मंत्री ने कहा कि केंद्र के मंत्री मिलना नहीं चाहते, दीपिका ने कहा कि ‘मैं मुंह नहीं खोलना चाहती हैं. कई बार केंद्रीय पंचायती राज मंत्री से मिलने की कोशिश कर चुकी हूं, लेकिन वे मिलने का समय नहीं देते. जब थक गईं तो सेक्रेटरी से मिलकर लौटना पड़ा. अगर तमाशा चाहते हैं तो वो भी होगा. धरना देंगे तो मंत्री को मिलना ही पड़ेगा.”
हम केंद्र से याचना नहीं कर रहे, अधिकार मांग रहे
इसी पर वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि हम केंद्र से कोई याचना नहीं कर रहे हैं. हम अपने संवैधानिक अधिकार मांग रहे हैं, लेकिन दुखद है कि केंद्रीय मंत्री समय नहीं दे रहे. किशोर ने कहा कि झारखंड के 1.36 लाख करोड़ बकाया को लेकर वे केंद्रीय कोयला मंत्री के पास गये थे. मंत्री ने कहा कि दिल्ली से एक कमेटी जाकर जांच करेगी की वास्तविक बकाया कितना है उसके बाद राशि रिलीज की जाएगी, लेकिन आज तक कमेटी नहीं बनी. उन्होंने कहा, “मैं नेता प्रतिपक्ष से यही कहना चाहूंगा कि हमलोग हार गये. केंद्र सरकार हमारा पैसा नहीं दे रही है.”



