धरती पर लौट आये शुभांशु शुक्ला, कैलिफोर्निया तट पर प्रशांत महासागर में ड्रैगन यान की लैंडिंग
- Posted on July 15, 2025
- झारखंड
- By Bawal News
- 157 Views
-Tl6qKb7A2U.jpg)
Axiom-4 Mission: अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 18 दिन बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से वापस धरती पर लौट आये हैं. शुभांशु शुक्ला अपने क्रू मेंबर पैगी व्हिट्सन, स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापू के साथ वापस लौटे हैं. इन्हें लेकर आये ड्रैगन कैप्सूल की लैंडिंग कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट पर हुई. दोपहर करीब 3:00 बजे कैलिफोर्निया तट पर ड्रैगन कैप्सूल ने लैंड किया. 18 दिन की ISS यात्रा के बाद ड्रैगन कैप्सूल ने 27000 किमी/घंटा की रफ्तार से वायुमंडल में प्रवेश किया. इस दौरान तापमान 1600°C के आसपास रहा. ड्रैगन कैप्सूल पैराशूट से समुद्र में उतरा.
सभी चारों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित लौटे
यह वापसी अंतरिक्ष उड़ान का सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण हिस्सा. ड्रैगन अंतरिक्ष यान से पृथ्वी के वायुमंडल में इसके फिर प्रवेश करने के बाद कम्युनिकेशन दोबारा स्थापित हो गया. थोड़ी देर बाद कैलिफोर्निया अपतटीय क्षेत्र में उतरने से पहले ड्रैगन अंतरिक्ष यान के पैराशूट खोले गए. पैराशूट के सहारे कैप्सूल को समंदर में उतार दिया गया, जिसके कुछ देर बाद शुभांशु शुक्ला सहित सभी चार अंतरिक्ष यात्री उससे सकुशल बाहर निकले.
पीएम मोदी ने किया वेलकम
शुभांशु शुक्ला की वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई है और उनका वेलकम किया है. एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम ने लिखा, "मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट रहे हैं. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, शुभांशु ने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है. यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन- गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है."
हर भारतीय के लिए फख्र का लम्हा : रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया "ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन से सफल वापसी हर भारतीय के लिए फख्र का लम्हा है. उन्होंने न केवल अंतरिक्ष को छुआ है, बल्कि भारत के सपनों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक जाना और वापस आना की उनकी यात्रा न सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह हिंदुस्तान की बढ़ती अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए एक बड़ा कदम है. मैं उनके भविष्य की कोशिशों में उनकी कामयाबी की प्रार्थना करता हूं."
Write a Response