‘कुछ गड़बड़ हुई है, आंकड़े फीडबैक से मेल नहीं खाते’-बिहार चुनाव नतीजों पर क्यों नाराज हुए PK?

The verdict in Malegaon blast case came after 17 years, all 7 accused including Sadhvi Pragya Thakur were acquitted, BJP said Congress should answer saffron terrorism (32)-vyVoKJAM4o.jpg

बिहार चुनाव में जनसुराज की करारी हार के बाद प्रशांत किशोर (PK) ने बड़ा बयान दिया है. एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव में कुछ न कुछ गलत जरूर हुआ है, हालांकि उनके पास अभी इसका कोई ठोस सबूत नहीं है.

PK के अनुसार, जमीन पर मिला फीडबैक और वोटिंग पैटर्न एक-दूसरे से मेल नहीं खाते. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के अंतिम चरण में एनडीए सरकार ने जीविका दीदी योजना के तहत महिलाओं को 10-10 हजार रुपये दिए, जिससे वोटिंग पर बड़ा असर पड़ा.

डेटा और ग्राउंड रिपोर्ट मैच नहीं कर रहे

प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में कई चीजें समझ से बाहर हैं. कई जगह वोटिंग पैटर्न ऐसा दिखा जो वास्तविक जनभावना से बिल्कुल अलग था.

लालू फैक्टर और 10 हजार रुपये की स्कीम का असर

PK ने दावा किया कि इस चुनाव को दो चीजों ने सबसे अधिक प्रभावित किया- मतदान से ठीक पहले बड़ी संख्या में महिलाओं को पैसे ट्रांसफर किए जाना, और दूसरा लालू यादव का डर, जिसके चलते लोगों को जंगलराज की वापसी की आशंका हुई और उन्होंने एनडीए के पक्ष में वोट कर दिया.

उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले जनसुराज को 10–20% वोट मिलने का अनुमान था. लेकिन जैसे-जैसे यह धारणा बनने लगी कि जनसुराज जीत नहीं पाएगा और इससे ‘जंगलराज’ की वापसी का खतरा बढ़ सकता है, वोटर उनसे दूर होते गए.

आलोचकों को जवाब

राजनीतिक भविष्य पर उठे सवालों पर PK ने तीखा जवाब दिया- “आज जो लोग मेरी राजनीतिक ऑबिच्युरी लिख रहे हैं, वही पहले मेरी जीत पर तालियां बजाते थे. अगर मैं फिर सफल हुआ तो वही लोग दोबारा तालियां बजाएंगे.” उन्होंने कहा कि आलोचना इस बात का सबूत है कि लोग आज भी उनके बारे में उत्सुक हैं- “इसका मतलब है कि मैं अभी खत्म नहीं हुआ. मेरी कहानी अभी बाकी है.”

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