2024-25 में Revenue collection में पिछड़ा झारखंड, 26000 करोड़ था लक्ष्य और प्राप्त हुआ 22292.25 करोड़

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Ranchi: वित्तीय वर्ष 2024-25 में राजस्व संग्रहण में झारखंड को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली है. वाणिज्य कर विभाग ने 22292.25 करोड़ राजस्व का संग्रहण किया है, जबकि लक्ष्य 26000 करोड़ रुपये का निर्धारित था. वार्षिक लक्ष्य का 85.74 प्रतिशत राजस्व प्राप्त हो पाया है. वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सूचना भवन में आयोजित वाणिज्यकर विभाग विभाग के प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. वित्तमंत्री ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के चलते राजस्व संग्रहण प्रभावित हुआ, फिर भी प्रयास संतोषजनक रहे हैं. पिछले वित्तीय वर्ष में 1,06,999.57 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें से 92,189.10 करोड़ रुपये की वसूली हुई, जो कि 86.16% है. वहीं, गैर-कर प्राप्तियों सहित कुल 1,03,469.82 करोड़ रुपये यानी बजट एस्टीमेट का 80.27% प्राप्त हुए हैं. 

हर तीन महीने में होगी राजस्व संग्रहण की समीक्षा

वित्त मंत्री ने कहा कि FRBM अधिनियम के तहत वर्ष 2025-26 में सभी विभागों को तीन महीने में एक बार राजस्व संग्रहण की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है, और वे स्वयं छह महीने में एक बार इसकी समीक्षा करेंगे. राज्य के सभी प्रमंडलों का दौरा कर अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे, वहीं जो प्रमंडल पीछे होंगे, उन्हें विशेष निर्देश और सहायता दी जाएगी. PL अकाउंट में की राशि का विवरण सभी विभागों से मंगवाया गया है. PL अकाउंट में राशि जो 2010 से पार्क की गई है वह गलत है. इसपर हम पूरी संवेदनशीलता के साथ समीक्षा कर रहे हैं.

मंईयां सम्मान के लिए राशि सुनिश्चित कर दी गई है

राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना की राशि सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई है. वहीं, राजस्व व्यय की जानकारी देते हुए बताया गया कि 1,31,234.42 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जिनमें से 1,18,279.69 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. वित्त मंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य के आर्थिक ढांचे को और मजबूत बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी की हमारी सरकार का वित्तीय प्रबंधन पारदर्शी हो . कहा कि सभी विभागों के सचिवों को निदेश दिया गया है कि अप्रैल के अंत तक या फिर 7 मई तक योजनाओं के विरुद्ध जिलों को राशि आवंटित कर दी जाए ताकि विकास का काम बाधित ना हो .  

SGST में 14210.10 करोड़ का राजस्व संग्रहण

मंत्री ने बताया कि 2024-25 में SGST के लिए राजस्व संग्रहण के निर्धारित लक्ष्य 15375 करोड़ के विरुद्ध 14210.10 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहण प्राप्त किया है, जो वार्षिक लक्ष्य का 92.42 प्रतिशत है. जबकि 2019-20 में SGST से 9949.51 करोड़ का राजस्व संग्रहण किया गया था इस प्रकार देखा जाए तो विगत पाँच वर्षों में SGST से प्राप्त राजस्व में कुल 42.82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है. श्री किशोर ने कहा कि वर्तमान में माल एव सेवा कर अधिनियम के अधीन निबंधित कर-दाताओं की कुल संख्या 2,11,498 है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 15500 करोड़ रूपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. 

VAT से विभाग ने 6618.51 करोड़ रुपये जुटाए

उन्होंने कहा कि VAT के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राजस्व सग्रहण का निर्धारित लक्ष्य 9124 करोड़ रूपये के विरूद्ध कुल 6618.51 करोड़ रूपये का राजस्व संगरहण किया गया है जो वार्षिक लक्ष्य का 72.54 है. वर्तमान में मूल्यवर्द्धित कर अधिनियम क अधीन निबंधित व्यवसायियों की कुल संख्या 4149 है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 9310 करोड़ रूपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

 

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