जमीर मारकर राजनीतिक अस्तित्व खत्म कर रहे!... आप सदा मौकापरस्त ही कहलाएंगे, बिरुआ ने एक्स पर ‘टाइगर’ को धो दिया

The verdict in Malegaon blast case came after 17 years, all 7 accused including Sadhvi Pragya Thakur were acquitted, BJP said Congress should answer saffron terrorism (26)-W3QZNtM2AR.jpg

घाटशिला उपचुनाव की जंग दिलचस्प हो चुकी है. मुख्य रूप से मुकाबला यहां सोमेश सोरेन और बाबूलाल सोरेन में है, लेकिन सियासत और बयानबाजी पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के इर्द-गिर्द घूम रही है. ऐसा लग रहा है कि उपचुनाव में एनडीए के कैंडिडेट बाबूलाल सोरेन नहीं बल्कि चंपई सोरेन हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर महागठबंधन के सभी नेताओं की जुबान पर सिर्फ चंपई सोरेन का नाम है. सीएम कह रहे 'स्वार्थी' और दल-बदलू नेताओं से सावधान रहें. दरअसल कोल्हान के टाइगर से जेएमएम टेंशन में है. चुनाव भले ही बाबूलाल सोरेन लड़ रहे हैं, लेकिन प्रतिष्ठा दांव पर लगी है बाबूलाल के पिता चंपई की. चंपई की सक्रियता इस चुनाव में जेएमएम का खेल बिगाड़ सकता है. यही वजह है कि महागठबंधन के टारगेट पर सिर्फ चंपई सोरेन हैं. हेमंत के मंत्री दीपक बिरुआ ने भी स्वर्गीय रामदास सोरेन एक चिट्ठी और कुछ पुरानी तस्वीरों को लेकर चंपई पर हमला बोल दिया है. आप सम्मानित तो हमेशा रहेंगे, लेकिन मौकापरस्त ही कहलाएंगे. 

झारखंड जानता है आपकी मजबूरी

सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी शेयर कर दीपक बिरुआ ने कहा कहा, दादा जोहार... आपकी व्याकुलता आपकी व्यथा बता रही है. जीवन में आपसे बहुत कुछ सीखा लेकिन आप खुद की जमीर को मार कर सिर्फ पद और पुत्र के लिए अपने राजनीतिक अस्तित्व के अंत की तरफ अग्रसर हो गए, जो हम सभी कभी सोच भी नहीं सकते. आपकी मजबूरी सिर्फ जेएमएम परिवार ही नहीं बल्कि झारखंड परिवार जानता है. आप सदैव सम्माननीय रहेंगे लेकिन आपको लोग सदा मौकापरस्त ही कहेंगे.

अनुकंपा पर नहीं अरमानों से बनाया था सीएम

बिरुआ ने आगे कहा आपको अनुकम्पा पर नहीं बहुत अरमानों से मुख्यमंत्री बनाया गया था लेकिन आप उस मर्यादा का पालन नहीं कर सके. अब रही बात घाटशिला विधानसभा उपचुनाव कि तो आपको स्पष्ट बता दूं "बहुत बड़ी हार बाबूलाल की कर रही है इंतजार". बिरुआ ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, अर्जुन मुंडा और मधु कोड़ा के राजनीतिक भविष्य पर भी कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि तीन पूर्व भाजपाई मुख्यमंत्री कोल्हान के अपने राजनीतिक पारी के आखिरी पायदान पर आपका बेसब्री से राह देख रहे हैं जो 14 नवंबर को स्वतः चरितार्थ हो जाएगा. इसके साथ ही दीपक बिरुआ ने रामदास सोरेन की 17 फरवरी 2024 को लिखी गई एक चिट्ठी भी शेयर की है. यह वो चिट्ठी है जो रामदास सोरेन ने तब लिखी थी जब जमीन घोटाला मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उस वक्त जेएमएम ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था और यह चिट्ठी चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के समर्थन में था.

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