घाटशिला उपचुनाव: बाबूलाल सोरेन और सोमेश सोरेन ने भरा नॉमिनेशन , नामांकन मे NDA-INDIA ने दिखाया दम

The verdict in Malegaon blast case came after 17 years, all 7 accused including Sadhvi Pragya Thakur were acquitted, BJP said Congress should answer saffron terrorism (25)-awVp5mttMY.jpg

घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्रत्याशी सोमेश चंद्र सोरेन ने मंगलवार को अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश भी उनके साथ मौजूद रहे. इन दोनों शीर्ष नेताओं की उपस्थिति ने नामांकन कार्यक्रम को एक बड़े राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन में बदल दिया.

नामांकन जुलूस में भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ उमड़ी, जिसने गठबंधन की मजबूती और एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की. झामुमो समेत महागठबंधन के अन्य नेताओं की मौजूदगी ने यह स्पष्ट कर दिया कि सभी दल उपचुनाव को गंभीरता से ले रहे हैं.

जनसभा में भावुक हुए सोमेश सोरेन, पिता रामदास सोरेन को किया याद

नामांकन के बाद घाटशिला के दाहीगोड़ा सर्कस मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया. सभा को संबोधित करते हुए सोमेश सोरेन भावुक हो उठे और अपने पिता, दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन को याद किया. उन्होंने कहा कि वे अपने पिता के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध हैं और घाटशिला की जनता की सेवा को अपना कर्तव्य मानते हैं.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी जनसभा को संबोधित किया और रामदास सोरेन के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने घाटशिला के विकास के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया. मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे सोमेश सोरेन को समर्थन देकर क्षेत्र के विकास को नई दिशा दें. उन्होंने सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार गांव, गरीब, आदिवासी और किसान के हित में लगातार काम कर रही है.

भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन ने भी किया नामांकन, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन रहे साथ

घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन ने मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन से पहले उन्होंने अपने पैतृक गांव स्थित जाहेरस्थान में पारंपरिक पूजा-अर्चना की. बाबूलाल सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र हैं और इस उपचुनाव में भाजपा की ओर से प्रमुख चेहरा बने हुए हैं. नामांकन के समय चंपाई सोरेन भी अपने पुत्र के साथ मौजूद रहे, जिससे कार्यक्रम को राजनीतिक महत्व मिला. इसके अलावा आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो भी बाबूलाल को समर्थन देने के लिए पहुंचे, जिससे गठबंधन की एकजुटता का संकेत मिला.

नामांकन के बाद बाबूलाल सोरेन एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. इसके लिए विशेष रूप से मंच तैयार किया गया है, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता, विधायक और संगठन के कई पदाधिकारी शामिल होंगे. यह सभा चुनावी शक्ति प्रदर्शन का एक महत्वपूर्ण अवसर मानी जा रही है. गौरतलब है कि घाटशिला उपचुनाव 11 नवंबर को होगा, जबकि परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. भाजपा इस उपचुनाव को पूरी ताकत से लड़ रही है और बाबूलाल सोरेन के जरिए क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है.

11 नवंबर को मतदान, 14 को आएंगे नतीजे

उल्लेखनीय है कि घाटशिला विधानसभा सीट रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई थी, जिसके चलते यहां उपचुनाव हो रहा है. मतदान 11 नवंबर को होगा और मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी. इस चुनाव को महागठबंधन के लिए प्रतिष्ठा का सवाल माना जा रहा है.

0
Author
No Image
Content creator
Bawal News

Someone who likes to write and teach

You May Also Like

Write a Response