उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नशीले कोडीन कफ सिरप की अवैध तस्करी के मामले में पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पूरे प्रकरण में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि प्रदेश में सक्रिय माफिया नेटवर्क के तार सपा से जुड़े रहे हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है, जब विपक्ष इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमलावर है.
यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले में राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई की है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ ने एनडीपीएस एक्ट के तहत बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की हैं. सीएम योगी ने आरोप लगाया कि इस अवैध तस्करी में शामिल लोगों के संबंध समाजवादी पार्टी से सामने आए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के राजनीतिक रिश्तों की जांच में सपा से जुड़ाव के तथ्य सामने आए हैं और आगे की जांच में और नाम उजागर हो सकते हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ अभियुक्तों की नजदीकियां सपा नेतृत्व से पाई गई हैं और पैसों के लेन-देन से जुड़े साक्ष्य भी जांच में सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद सच्चाई स्पष्ट हो जाएगी.
सीएम योगी ने बताया कि कोडीन एनडीपीएस अधिनियम के तहत नियंत्रित दवा है, जिसका उपयोग गंभीर खांसी के इलाज में होता है. इसका आवंटन सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो तय करता है. शिकायतें मिलने के बाद एफएसडीए, यूपी पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से कार्रवाई शुरू की. उन्होंने दोहराया कि सरकार नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है.



