शराब घोटाले में ACB ने Nexgen के मालिक के खिलाफ मांगा वारंट

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Ranchi: झारखंड में शराब घोटाला की जांच कर रही एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने IAS विनय चौबे के करीबी Nexgen के मालिक विनय सिंह के खिलाफ वारंट मांगा है. जांच कर रहे अधिकारी ने ACB के विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से कोर्ट में विनय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट मांगने के लिए आवेदन दिया है.  फिलहाल कोर्ट से वारंट जारी नहीं हुआ है, लेकिन ACB की इस कार्रवाई से विनय सिंह की मुश्किलें थोड़ी बढ़ सकती हैं. इससे पहले एसीबी ने विनय सिंह को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन विनय सिंह एसीबी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं. जिसके बाद अब उनके खिलाफ वारंट मांगा गया है. पिछले साल छत्तीसगढ़ से जुड़े शराब घोटाला मामले में ED ने भी विनय सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
 
विनय चौबे की पत्नी के खाते में 1.26 करोड़ ट्रांसफर किये गये थे

शराब घोटाले की जांच के दौरान ACB को यह सबूत मिले हैं कि नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह ने IAS विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता के खाते में करीब 1.26 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये हैं. स्वप्ना संचिता के खाते में पैसा ट्रांसफर करने का सिलसिला वर्ष 2017 में शुरु हुआ, जो वर्ष 2023 तक चला. जांच में पाया गया है कि विनय सिंह ने यह रकम स्वप्ना संचिता को अपनी कंपनी में कंसल्टेंसी फीस के रूप में दी है. हालांकि कंसल्टेंट के रूप में विनय सिंह की कंपनी में स्वप्ना संचिता की नियुक्त से संबंधित कोई दस्तावेज जांच एजेंसी को नहीं मिला. नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह की ओर से स्वप्ना संचिता को मौखिक रूप से ही कंसल्टेंट नियुक्त किये जाने का दावा पेश किया गया. छत्तीसगढ़ इडी ने जब शराब घोटाले की जांच के दौरान विनय चौबे को समन जारी कर छत्तीसगढ़ बुलाया उसके बाद कंसल्टेंसी फीस के नाम पर पैसा ट्रांसफर होना बंद हो गया. 
 
शराब घोटाले में अबतक 5 अरेस्टिंग

झारखंड शराब घोटाले में ACB ने अबतक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें सीनियर IAS अधिकारी विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह प्रमुख रूप से शामिल हैं. वहीं निलंबित IAS विनय चौबे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज कर भी जांच की जा रही है. 

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