गढ़वा
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झामुमो ने सोमवार को गढ़वा के भवनाथपुर से मंईयां सम्मान यात्रा की शुरुआत की है
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इसी यात्रा के क्रम में गढ़वा में रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया
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मंच पर मंत्री बेबी देवी
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दीपिका पांडेय सिंह और विधायक कल्पना सोरेन मौजूद थीं
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कल्पना सोरेन भाषण दे रही थीं
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इसी दौरान बेबी देवी फूट
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फूटकर रोने लगीं
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जिसके बाद दीपिका पांडेय सिंह ने उन्हें संभाला
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दरअसल कल्पना सोरेन कोविड के दौर में झारखंड सरकार के सामने आई चुनौतियों का जिक्र कर रही थीं
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इसी दौरान उन्होंने बेबी देवी के पति पूर्व मंत्री जगरनाथ महतो की चर्चा की
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झारखंड के लिए जगरनाथ महतो के किये गये संघर्षों को याद किया
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बताया कोविड की चपेट में आने के बाद और बीमार होने के बाद भी उन्होंने कर्मभूमि नहीं छोड़ी
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इसी दौरान पति की याद में बेबी देवी भावुक हो गईं और फूट
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फूटकर रोने लगीं
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1000
रुपये महिलाओं का आत्मसम्मान
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बेबी देवी
रात्रि चौपाल में कल्पना सोरेन ने कहा कि मंईंयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाले हजार रुपए की राशि ग्रहणियों का आत्म सम्मान है
.
जो लोग यह सोचते हैं कि महिलाएं कमजोर होती हैं
,
वह मंत्री बेबी देवी को देखें
,
पहले यह घर संभालती थीं
,
लेकिन आज महिलाओं के चेहरे पर जो मुस्कान है उसकी हकदार बेबी देवी हैं
.
सोचा जाता है कि महिलाएं कमजोर होती हैं लेकिन महिलाएं कमजोर नहीं हैं
.
महिलाएं समाज और परिवार को बनाती हैं और सभी को साथ जोड़कर साथ चलती हैं
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कहा कि पहली बार किसी सरकार ने गृहिणियों के बारे में सोचा है
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जब तक महिलाएं जीवित हैं तब तक किसी न किसी योजना के साथ में जुड़ी रहेंगी
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यह हेमंत सोरेन की सोच है
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