538 प्रत्याशियों के इंतजार की अंतिम रात आज, हेमंत-कल्पना समेत 15 दिग्गज हैं जनता की अदालत में, एक-एक सीट का समीकरण जानिये...
- Posted on November 19, 2024
- राजनीति
- By Bawal News
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जिन 38 सीटों पर चुनाव हो रहा है. उनमें संथाल परगना की 6 आदिवासी रिजर्व सीटों समेत सभी 18 सीटें शामिल हैं. बाकी सीटें कोयलांचल और दक्षिणी छोटानागपुर की हैं.
सत्य शरण मिश्रा
रांची : झारखंड की सत्ता किसके हाथों में होगी. सरकार एनडीए बनाएगी या फिर इंडिया गठबंधन फिर से सत्ता पर काबिज होगी. इसका फैसला बुधवार को 38 विधानसभा सीटों के 1.23 करोड़ मतदाता करेंगे. ये 38 सीटें ही झारखंड में सत्ता की तस्वीर और राजनीतिक दलों की तकदीर तय करेगी. यहां के मतदाता राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, आजसू चीफ सुदेश महतो, जेएलकेएम चीफ जयराम महतो, स्पीकर रबिंद्रनाथ महतो, सीता सोरेन, स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू, लुईस मरांडी, बादल पत्रलेख, दीपिका पांडेय सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह, प्रदीप यादव जैसे दिग्गजों समेत कुल 538 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. सबकी नजर मुख्य रूप से सीएम की सीट बरहेट और कल्पना की सीट गांडेय पर है. बुधवार सुबह 7 बजे से मतदाता चुनाव में खड़े प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद करना शुरू कर देंगे. तो इन सभी 15 दिग्गजों समेत सभी 538 प्रत्याशियों के लिए आज इंतजार की अंतिम रात होगी.
किसके कितने प्रत्याशी
538 में से 55 महिला उम्मीदवार हैं. एनडीए गठबंधन ने 38 और इंडिया गठबंधन ने 38 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. बीजेपी से 32 और आजसू से 6 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि, कांग्रेस से 12, जेएमएम से 20, आरजेडी से 2, सीपीआईएमल से 4 प्रत्याशी मैदान में हैं.
क्या हैं मुद्दे
दूसरे चरण का चुनाव जिन 38 सीटों पर हो रहा है. उनमें संथाल परगना की 6 आदिवासी रिजर्व सीटों समेत सभी 18 सीटें शामिल हैं. बाकी सीटें कोयलांचल और दक्षिणी छोटानागपुर की हैं. संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा जोरशोर से उठा हुआ है. वहीं कोयलांचल में विस्थापन और दक्षिणी छोटानगपुर की विधानसभा सीटों पर विकास के मुद्दे पर वोटर्स वोट देंगे. बेरोजगारी, नौकरी, स्थानीय नीति समेत और भी मुद्दे हैं.
14218 बूथों पर वोटिंग
38 विधानसभा क्षेत्रों के 14,218 बूथों पर मतदान होगा. इनमें से 31 बूथों पर सुबह सात से शाम चार बजे तक ही मतदान होगा. दूसरे चरण के 14,218 बूथों में से 48 बूथ को यूनिक बूथ के रूप में विकसित किया गया है. वहीं महिलाओं द्वारा संचालित मतदान केंद्रों की संख्या 239 है. 22 मतदान केंद्र दिव्यांगजनों द्वारा संचालित होंगे. जबकि, युवाओं के हाथों में 26 मतदान केंद्रों की व्यवस्था रहेगी.
दूसरे चरण में यहां होना है मतदान
राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, नाला, जामताड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, मधुपुर, सारठ, देवघर, पोड़ैयाहाट, गोड्डा, महागामा, रामगढ़, मांडू, धनवार, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, बेरमो, बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी, बाघमारा, सिल्ली व खिजरी.
सीटों का समीकरण
बरहेट : यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बीजेपी के गमालियेल हेम्ब्रम चुनौती दे रहे हैं. हेमंत तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं. वहीं शिक्षक की नौकरी छोड़ राजनीति में आये गमालियेल हेंब्रम बीजेपी से उनके खिलाफ मजबूती से डटे हैं.
गांडेय : इस सीट पर जेएमएम की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन का बीजेपी की मुनिया देवी से मुकाबला है. कल्पना सोरेन दूसरी बार यहां से चुनाव मैदान में हैं. इस बार बीजेपी ने उनके खिलाफ मुनिया देवी को उतारा है. वह जिला परिषद अध्यक्ष रह चुकी हैं.
जामताड़ा : इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला कांग्रेस के इरफान अंसारी और बीजेपी की सीता सोरेन के बीच है. इरफान अंसारी तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने उतरे हैं. वहीं, सोरेन परिवार की बहु सीता जामा सीट को छोड़कर इस बार जामताड़ा से लड़ रही हैं.
राजमहल : यहां बीजेपी के अनंत ओझा और जेएमएम के एमटी राजा के बीच मुकाबला है. अनंत ओझा 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद इस बार हैट्रिक लगाने उतरे हैं. वहीं एमटी राजा भी तीसरी बार ओझा को हराने के लिए पूरी ताकत लगाये हुए हैं.
बोरियो : यहां बीजेपी के लोबिन हेंब्रम और जेएमएम के धनंजय सोरेन के बीच मुकाबला है. लोबिन यहां से 5 बार जीत चुके हैं. यहां उन्हें जेएमएम कैंडिडेट धनंजय सोरेन और जेएलकेएम के सूर्य नारायण हांसदा टक्कर दे रहे हैं.
लिट्टीपाड़ा : इस सीट पर जेएमएम के हेमलाल मुर्मू को बीजेपी के बाबूधन मुर्मू से चुनौती मिल रही है. सीटिंग एमएलए दिनेश विलियम मरांडी के बीजेपी में शामिल होने के बाद यहां हेमलाल की मुश्किल बढ़ी हुई है.
पाकुड़ : इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी निशात आलम को आजसू पार्टी के अजहर इस्लाम से चुनौती मिल रही है. सपा से चुनाव मैदान में उतरे अकील अख्तर ने यहां त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है.
महेशपुर : यहां जेएमएम के वरिष्ठ नेता स्टीफन मरांडी और बीजेपी के नवनीत हेंब्रम के बीच दिलचस्प मुकाबला है. स्टीफन राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं, जबकि नवनीत पुलिस सेवा की नौकरी छोड़कर स्टीफन को पटकनी देने राजनीति के मैदान में उतरे हैं.
शिकारीपाड़ा : इस सीट पर जेएमएम और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई है. जेएमएम से सांसद नलिन सोरेन के पुत्र आलोक सोरेन मैदान में हैं, जबकि बीजेपी से पारितोष सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं.
नाला : यहां झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो को बीजेपी के माधव चंद्र महतो चुनौती दे रहे हैं. रबिन्द्रनाथ महतो जीत की हैट्रिक लगाने के लिए जेएमएम से उतरे हैं. वे 2014 और 2019 में यहां से जीत चुके हैं.
जामा : इस सीट पर जेएमएम की लुईस मरांडी और बीजेपी के सुरेश मुर्मू के बीच मुकाबला हो रहा है. सुरेश जामा से बीजेपी की टिकट पर जेएमएम की सीता सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन इस बार लुईस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
जरमुंडी : यहां पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी बादल पत्रलेख और बीजेपी के देवेंद्र कुंवर के बीच मुकाबला है. बादल जीत की हैट्रिक लगाने मैदान में हैं, जबकि देवेंद्र कुंवर भी दो बार इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं.
मधुपुर : इस सीट पर मंत्री हफीजुल हसन का बीजेपी के गंगा नारायण से मुकाबला है. 2022 के उपचुनाव में भी हफीजुल को गंगा नारायण ने कड़ी चुनौती दी थी. इस सीट से हफीजुल हसन के पिता हाजी हुसैन अंसारी भी कई बार विधायक रह चुके हैं.
सारठ : यहां बीजेपी के रणधीर सिंह और जेएमएम के चुन्ना सिंह के बीच टक्कर है. चुन्ना सिंह कई दलों और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अब तक चार बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं, वहीं रणधीर हैट्रिक लगाने के लिए उतरे हैं.
देवघर : इस सीट पर आरजेडी के सुरेश पासवान और बीजेपी के नारायण दास के बीच टक्कर है. नारायण दास जीत की हैट्रिक लगाने उतरे हैं, वहीं सुरेश पासवान अपनी खोई सीट को वापस पाने के लिए जोर लगाए हुए हैं.
पोड़ैयाहाट : यहां कांग्रेस से प्रदीप यादव और बीजेपी से देवेंद्र नाथ सिंह आमने-सामने सामने हैं. प्रदीप अलग-अलग दल से 5 बार यहां से विधायक रह चुके हैं. वहीं देवेंद्र उनके खिलाफ मजबूती से डटे हुए हैं.
गोड्डा : इस सीट पर बीजेपी के अमित मंडल और आरजेडी के संजय यादव के बीच टक्कर है. अमित मंडल ने 2014 और 2019 में इस सीट से जीत हासिल की थी. संजय यादव भी दो बार इस सीट से विधायक रह चुके हैं.
महागामा : यहां कांग्रेस की दीपिका पांडेय को बीजेपी के अशोक भगत से चुनौती मिल रही है. 2019 के विधानसभा चुनाव में दीपिका पांडेय सिंह ने यहां जीत हासिल की, वहीं अशोक भगत भी दो बार महागामा के विधायक रह चुके हैं.
रामगढ़ : इस सीट पर आजसू की सुनीता देवी और जेएलकेएम प्रत्याशी परमेश्वर कुमार के बीच टक्कर है. पूर्व विधायक ममता देवी भी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.
मांडू : यहां कांग्रेस के जेपी पटेल को आजसू पार्टी के तिवारी महतो कड़ी चुनौती दे रहे हैं. जेपी पटेल इस सीट से झामुमो और बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. इस बार कांग्रेस से हैं.
धनवार : बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी यहां त्रिकोणीय मुकाबले में घिरे हैं. उनके सामने माले से पूर्व विधायक राजकुमार यादव खड़े हैं. पूर्व विधायक निजामुद्दीन अंसारी भी जेएमएम से उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
बगोदर : यहां भाकपा माले के विनोद कुमार सिंह और बीजेपी के नागेंद्र महतो के बीच मुकाबला है. बिनोद तीन बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं. 2014 में नागेंद्र महतो उन्हें चुनाव हरा चुके हैं. इस बार भी यहां दोनों के बीच दिलचस्प मुकाबला हो रहा है.
जमुआ : इस सीट पर बीजेपी की मंजू देवी और जेएमएम के केदार हाजरा के बीच टक्कर है. 2019 में बीजेपी से जीतने वाले हाजरा इस बार जेएमएम से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस से पिछला चुनाव लड़ने वाली मंजू देवी इस बार बीजेपी से उतरी हैं.
गिरिडीह : जेएमएम के सुदिव्य कुमार और बीजेपी के निर्भय शाहबादी के बीच यहां कड़ा मुकाबला है. 2019 में सुदिव्य कुमार ने निर्भय शाहबादी को मात दी थी, जबकि निर्भय शाहबादी भी दो बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं.
डुमरी : इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है जेएमएम की बेबी देवी का आजसू पार्टी की यशोदा देवी और जेएलकेएम के जयराम महतो से मुकाबला है. जयराम महतो गिरिडीह लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. उन्हें अच्छा खासा वोट मिला था.
गोमिया : इस सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला है. आजसू पार्टी, जेएमएम और जेएलकेएम के बीच लड़ाई है. आजसू से विधायक लंबोदर महतो, जेएमएम से पूर्व विधायक योगेंद्र महतो और जेएलकेएम से पूजा कुमारी मैदान में हैं.
बेरमो : यहां कांग्रेस के जयमंगल सिंह का मुकाबला जेएलकेएम के जयराम महतो से है. बीजेपी ने भी रवींद्र पांडेय को चुनाव में उतारा है. इन तीनों उम्मीदवारों के कारण मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
बोकारो : यहां कांग्रेस की श्वेता सिंह और बीजेपी बिरंची नारायण के बीच लड़ाई है. बिरंची तीसरी बार चुनाव मैदान में जीत की हैट्रिक लगाने के लिए उतरे हैं. पिछले विधानसभा चनाव में श्वेता सिंह ने बिरंची को कड़ी टक्कर दी थी.
चंदनकियारी : इस सीट पर बीजेपी से अमर कुमार बाउरी कड़े मुकाबले में फंसे हैं. जेएमएम के उमाकांत रजक उन्हें कड़ी चुनौती दे रहे हैं. बाउरी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं. वहीं रजक भी कमजोर नहीं है. वे भी यहां से 2009 में विधायक रह चुके हैं.
सिंदरी : यहां बीजेपी की तारा देवी और माले के चंद्रदेव महतो के बीच मुकाबला है. तारा देवी यहां के विधायक इंद्रजीत महतो की पत्नी हैं. इंद्रजीत कई साल से बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं. इसलिए पार्टी ने इस बार तारा देवी को उतारा है.
निरसा : यहां बीजेपी की अपर्णा सेनगुप्ता और माले के अरूप चटर्जी के बीच टक्कर है. अपर्णा सेनगुप्ता ने एक बार फिर यहां से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है. वहीं अरुप चटर्जी भी दो बार इस सीट से विधायक रह चुके हैं.
धनबाद : इस सीट पर बीजेपी के राज सिन्हा के सामने कांग्रेस के अजय दुबे खड़े हैं. 2014 और 2019 में राज सिन्हा ने धनबाद सीट से जीत हासिल की थी. अब वो जीत की हैट्रिक बनाने के लिए चुनाव मैदान में हैं. वहीं अजय दुबे 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रह चुके हैं.
झरिया : यहां देवरानी और जेठानी के बीच फिर से मुकाबला हो रहा है. कांग्रेस ने विधायक पूर्णिमा सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी टिकट पर रागिनी सिंह चुनाव मैदान में हैं. वहीं जेएलकेएम के रुस्तम अंसारी भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हैं.
टुंडी : इस सीट पर जेएमएम के मथुरा प्रसाद क बीजेपी और जेएलकेएम उम्मीदवार से मुकाबला है. मथुरा को को बीजेपी के विकास महतो और जेएलकेएम के मोतीलाल महतो कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
बाघमारा : यहां पूर्व विधायक जलेश्वर महतो को अब सांसद ढुल्लू महतो के भाई शत्रुघ्न महतो को चुनौती दे रहे हैं. 2019 के चुनाव में जलेश्वर महतो करीब 800 से वोटों से चुनाव हार गए थे.
सिल्ली : इस सीट परआजसू पार्टी के चीफ सुदेश महतो त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गये हैं. सुदेश यहां से 4 बार विधायक रहे हैं. इस बार उन्हें पूर्व विधायक अमित महतो जेएमएम से और देवेंद्र महतो जेएलकेएम से चुनौती दे रहे हैं.
खिजरी : यहां कांग्रेस के राजेश कच्छप और बीजेपी के रामकुमार पाहन के बीच मुकाबला है. 2014 में पाहन यहां से चुनाव जीते थे. 2019 में कच्छप जीते और अब 2024 में फिर से इस सीट पर कब्जा करने के लिए पाहन ने पूरी ताकत झोंक दी.
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