रांची के सुखदेव नगर थाना इंचार्ज अशोक कुमार और मुंशी परशुराम को निलंबित कर दिया गया है. रांची आईजी मनोज कौशिक के निर्देश पर रांची एसएसपी राकेश रंजन ने यह कार्रवाई की है. दोनों पदाधिकारियों पर यह कार्रवाई एक युवक के आत्महत्या के मामले को लेकर हुई है. गौरतलब है कि 29 नवंबर को सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के किशोरगंज रोड नंबर 5 में नितेश पांडेय नाम के एक युवक ने अपनी शादी वाले दिन ही खुदकुशी कर ली थी. नितेश रेलवे में कार्यरत था.
नितेश के आत्महत्या के बाद परिजनों ने सुखदेवनगर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे. नितेश के भाई नीरज पांडेय ने बताया था कि 26 नवंबर को नितेश का तिलक था, लेकिन इसी बीच प्रियंका नाम की एक लड़की ने उस पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए केस कर दिया. परिजनों का आरोप है कि थाना से बिना किसी जांच-पड़ताल के नितेश को हिरासत में ले लिया गया.
नीरज पांडेय ने यह भी आरोप लगाया था कि नीतेश को हिरासत से छोड़ने के लिए सीनियर पुलिस अफसरों को मैनेज करने के नाम पर दस लाख रुपये भी वसूले गए. थाने का मुंशी परशुराम कभी एक लाख तो कभी दो लाख की मांग करता था. कभी सिटी एसपी, तो कभी कोतवाली डीएसपी के नाम पर पैसे की मांग की जाती थी. थाने से छोड़ने के बावजूद आरोप लगाने वाली लड़की उसे बहुत परेशान कर रही थी, जिसकी वजह से उसने सुसाइड कर लिया.
वहीं सोमवार को डीजीपी तदाशा मिश्रा ने भी मामले में संज्ञान लेते हुए रांची आईजी मनोज कौशिक को मामले की जांच का जिम्मा दिया था. साथ ही आरोपी पुलिसकर्मियो को तत्काल लाइन हाजिर करने का भी आदेश भी जारी किया था.

