विपक्ष की साजिश का नतीजा है कि अब मैं बूढ़ा दिखता हूं : हेमंत सोरेन
- Posted on September 5, 2024
- राजनीति
- By Bawal News
- 197 Views
हेमंत सोरेन ने कहा जब हम मंत्री बन रहे हैं, मुख्यमंत्री बन रहे हैं तो इनके पेट में दर्द हो रहा है. हमको चार साल से चैन से बैठने नहीं दिया. दो साल तो कोरोना से नहीं बैठ पाए और अब बचे हुए समय में इनलोगों ने हमें परेशान कर दिया. हम इतना दिन-रात काम करते हैं ,लेकिन इनको काम नहीं दिखता है.
गुमला : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि विपक्ष की साजिश का नतीजा है कि अब मैं बूढ़ा दिखता हूं. गुमला के सिसई में आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान अपने बदले लुक पर सीएम ने यह बात कही. बोले कि पहले मैं बच्चा दिखता था, लेकिन विपक्ष की साजिश के कारण अब बूढ़ा नजर आता हूं. सीएम ने कहा, इन लोगों ने बड़े-बड़े पदों पर बैठकर सदियों से पूरे देश में आदिवासी-पिछड़ों का शोषण किया है. अब जब हम मंत्री बन रहे हैं, मुख्यमंत्री बन रहे है तो इनके पेट में दर्द हो रहा है. हमको चार साल से चैन से बैठने नहीं दिया. दो साल तो कोरोना से नहीं बैठ पाए और अब बचे हुए समय में इनलोगों ने हमें परेशान कर दिया. हम इतना दिन-रात काम करते हैं ,लेकिन इनको काम नहीं दिखता है. झारखंड के बीजेपी नेताओं के पास अब कुछ बोलने के लिए नहीं रहा तो ये लोग छत्तीसगढ़, असम, मध्यप्रदेश से नेता बुला रहे हैं और वे नेता हिंदू-मुस्लिम का जहर घोल रहे हैं. हर दूसरे दिन आप सुनेंगे कि फलना जगह का नेता आया और कुछ घोषणा करके गया. मीडिया वाले भी इनकी खबरें छापते हैं, लेकिन हमलोग अखबार-टीवी वालों के भरोसे नहीं चलते हैं. हमलोग नियुक्तियां कर रहे हैं वो इनको नहीं दिखता है. जनता इनको चुनती नहीं है फिर भी विधायक खरीदो, मंत्री खरीदो, ईडी-सीबीआई से धमकी दिलवाओ. छापा पड़वाओ, जेल भेजो और सरकार बनाओ. अब इनके पास आम जनता का समर्थन नहीं है. इस लोकतंत्र में सरकार आप चुनते हैं, लेकिन इनको आपसे मतलब नहीं. अगर आपने किसी और को सरकार बनाया तो ये सरकार को ही खरीद लेते हैं. हमारे और हमारे विधायकों के पीछे भी ये दो साल से पड़े हुए हैं, लेकिन हमलोग पैसे पर नहीं बिकते.
कोरोना इंजेक्शन से अभ्यर्थियों की मौत हुई
मुख्यमंत्री ने कहा, उत्पाद सिपाही की दौड़ में कुछ नौजवानों की मौत हो गई है. इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश सामने आ रही है. हमने जांच का आदेश दे दिया है. कोरोना काल में झारखंड के लोगों को जो इंजेक्शन लगा है वो गलत इंजेक्शन था. हल्की-फुल्की सर्दी-खांसी में लोगों की जान जा रही है. फर्जी दवा दिया गया है. फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी से अरबों-खरबों रुपया चंदा वसूल लिया. पैसा वसूलने के लिए कौन सा दवा हमलोगों को लगा दिया है पता नहीं. सीएम ने कहा हमको तो कोरोना हुआ भी नहीं इसके बाद भी इंजेक्शन लगा दिया. उत्पाद सिपाही की दौड़ में जिन बच्चों का देहांत हो रहा है. उनको कोरोना का इंजेक्शन लगाया था. मौत उसी का प्रभाव पड़ा है. सीएम ने कहा अभी मंईयां सम्मान योजना के जरिए 50 लाख लोगों के खाते में पैसा चला गया और इन लोगों ने कोर्ट में जाकर केस कर दिया है. केस करने वाला इधर का ही कोई आदमी है. हम यहां के नौजवानों को नौकरी देने के लिए 1932 आधारित नियोजन नीति बनाते है ये बेईमान लोग कोर्ट चला जाता है. हमारी नीति को असंवैधानिक बता देता है और यही कानून इनके राज्य में बनता है तो वहां संवैधानिक हो जाता है.
विपक्षियों को खदेड़कर झारखंड से भगा देना है
हेमंत सोरेन ने कहा, तालाब में बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है. समाज में भी यही होता है. खासकर उन लोगों के साथ ऐसा होता है जिनकी कोई पहचान समाज में नहीं है. आज देश में आदिवासियों की पहचान नहीं है. इसलिए झारखंड सरकार ने झारखंड के आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड पारित करके सरकार को भेजा है, लेकिन अब तक वह नहीं मिला है. अगर सरना धर्म कोड मिल जाए तो आदिवासी सुरक्षित हो जाएंगे. लेकिन ये चाहते हैं कि हम भेड़-बकरियों की तरह हम कभी इधर चले जाएं, कभी उधर चले जाएं और खत्म हो जाएं. सीएम ने कहा हमलोगों ने कमर कसी है कि इन विपक्षियों को खदेड़कर झारखंड से हमेशा-हमेशा के लिए भगा देना है.
Write a Response