रांची:
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रांची रेल मंडल ने एक खास पहल की, जिसमें पूरी ट्रेन को महिलाओं द्वारा संचालित किया गया. यह पहल हर साल महिला दिवस के मौके पर दोहराई जाती है, जिससे यह संदेश दिया जाता है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं. आज सुबह 8:55 बजे रांची से टोरी जाने वाली मेमू एक्सप्रेस रवाना हुई, लेकिन इस बार इसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में था. इस ट्रेन में सुरक्षाकर्मी, ट्रेन मैनेजर और लोको पायलट सभी महिलाएं थीं. रांची रेल मंडल के डीसीएम निशांत कुमार ने बताया कि जिस तरह महिलाएं अपने घर को कुशलतापूर्वक चलाती हैं, उसी तरह वे बड़ी से बड़ी जिम्मेदारियों का भी सफल संचालन कर सकती हैं. यह पहल महिलाओं को ‘थैंक यू’ कहने और उनके योगदान को सम्मान देने का एक तरीका है.
महिलाओं ने गर्व के साथ निभाई जिम्मेदारी
इस विशेष ट्रेन की टीटी सुनीता ने बताया कि इस पहल से उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है. उन्होंने कहा, "हम पर पूरी ट्रेन की जिम्मेदारी है, और यह हमारे लिए गर्व की बात है. इस तरह का भरोसा हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. अगर हमें इसी तरह लंबी दूरी की ट्रेनों में भी मौका मिले, तो हम अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाने के लिए तैयार हैं."
लोग कहते थे, महिलाएं ट्रेन नहीं चला सकतीं
लोको पायलट दीपाली अमृत ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि बचपन से ही उन्हें ट्रेन चलाने की इच्छा थी. उन्होंने कहा, "जब भी मैं ट्रेन को 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरते देखती थी, तो मेरा मन ट्रेन चलाने का करता था. लेकिन, उस समय लोगों का कहना था कि महिलाएं ट्रेन नहीं चला सकतीं. आज यह सपना साकार हो गया है, और मैं इस अवसर को पाकर बेहद खुश हूं."
हर दिन चलने वाली रांची-टोरी मेमू एक्सप्रेस
रांची से टोरी जाने वाली यह मेमू एक्सप्रेस रोजाना सुबह 8:55 बजे रवाना होती है और 11:30 बजे टोरी पहुंचती है. यह ट्रेन अरगोड़ा, पिसका, ईटकी, आकाशी और लोहरदगा होते हुए टोरी जाती है. वापसी में यह ट्रेन 12:10 बजे टोरी से खुलती है और दोपहर 2:35 बजे रांची पहुंचती है. महिला दिवस पर इस विशेष पहल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और उन्हें समान अवसर मिलने चाहिए.





