गिरिडीह :
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि जल्द ही झारखंड में विधानसभा चुनाव की घंटी बजने वाली है. उससे पहले ही राज्य में राजनीतिक गिद्ध मंडराने लगे हैं. कोई असम से आ रहा है, तो कोई छत्तीसगढ़ से आ रहा है. अभी छोटा-छोटा गिद्ध आ रहा है, लेकिन कुछ दिन बाद से बड़ा-बड़ा गिद्ध झारखंड में नजर आएगा. ये लोग आपके बीच में जूठा खाना परोसेगा, झूठ का आश्वासन देगा और आपको दिग्भ्रमित करेगा. कोई जात के नाम पर, कोई धर्म के नाम पर, कोई अगड़ा-पिछड़ा के नाम पर बरगला कर आपसे वोट मांगेगा. इसलिए आपलोग सावधान रहियेगा. गिरिडीह के गांडेय में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान सीएम ने यह बातें कहीं. उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनके इशारे पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा थे.
बीजेपी ने मुझे परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ा
हेमंत ने कहा 4 साल सरकार परेशान रही. एक तो कोरोना ने 2 साल परेशान किया और उसके बाद 2 साल हमारे विरोधियों (बीजेपी) ने परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ा. मझे जेल में डाल दिया, लेकिन ये आपलोगों का आशीर्वाद है कि मुझे ज्यादा दिनों तक जेल में नहीं रख पाये. कहा कि ये सरकार व्यापारियों की सरकार नहीं है. ये सरकार झारखंडियों की मूलवासियों की सरकार है, क्योंकि ये सरकार रांची से नहीं बल्कि गांव से चलती है. सरकार बनने के बाद कई चुनौतियों से लड़ने के बाद भी हमने लगातार यहां के मूलवासी, यहां के आदिवासी, दलित पिछड़ा, अल्पसंख्यक सभी के लिए काम किया.
ढिबरी लेकर भी खोजेंगे तो बिना पेंशन वाला बुजुर्ग नहीं मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा पहले आपको जगह-जगह धक्का खाना पड़ता था. दलालों का चक्कर लगाना पड़ता था. ये सब हम बंद कर दिए. हमारे विरोधी लोगों ने ऐसा कानून बना दिया था कि गांव में अगर 50 लोग है तो मात्र 5 लोगों का पेंशन कार्ड बनेगा, लेकिन हमने ऐसा कानून बनाया कि इस राज्य में जो भी बूढ़ा ब-जुर्ग होगा सबको पेंशन मिलेगा. आज स्थिति ये है कि आप ढिबरी लेकर भी खोजेंगे तो एक भी बूढ़ा-बुजुर्ग नहीं मिलेगा जिसको पेंशन नहीं मिलता है.
मुफ्त में कनेक्शन देकर गैस सिलेंडर का दाम बढ़ा दिया
उन्होंने कहा कि हमलोग अपना हक अधिकार मांगते हैं तो बीजेपी की सरकार लाठी-पुलिस-जेल का काम करती है. राज्य का बकाया देने में इनका पसीना छूटता है. गरीबों को पेंशन देने का पैसा इनके पास नहीं है, लेकिन इनके व्यापारी साथियों का करोड़ो करोड़ रुपया माफ करने के लिए पैसा है. चंद लोगों के मुट्ठी में इस देश की अर्थव्यवस्था सिमट कर रह गई है. आज महंगाई आसमान पर है. इनलोगों ने मुफ्त का सिलेंडर बांटा. बाद में 1200 का सिलेंडर लाभुकों के सामने लाकर पटक दिया. आज उस सिलेंडर का क्या हालत है जाकर गांव में देखो.





