गुमला के केचकी जंगल में पुलिस - उग्रवादियों में मुठभेड़, JJMP के तीन उग्रवादी ढेर

The verdict in Malegaon blast case came after 17 years, all 7 accused including Sadhvi Pragya Thakur were acquitted, BJP said Congress should answer saffron terrorism (5)-gC4K99MijP.jpg

Gumla: गुमला जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है. बुधवार सुबह बिशुनपुर थाना क्षेत्र के केचकी जंगल में गुमला पुलिस और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम की जेजेएमपी (झारखंड जन मुक्ति परिषद) उग्रवादियों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें तीन उग्रवादी  ढेर हो गए और एक को जिंदा पकड़ा गया.

कैसे हुई मुठभेड़?

गुमला एसपी हरिश बिन जमा को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी के कुछ उग्रवादि  बिशुनपुर इलाके में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. सूचना के आधार पर पुलिस और झारखंड जगुआर की टीम ने इलाके में सर्च अभियान चलाया. जैसे ही टीम केचकी जंगल पहुंची, वहां छिपे उग्रवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की. मुठभेड़ में तीन उग्रवादी मारे गए और एक को गिरफ्तार कर लिया गया.

मारे गए उग्रवादियों की पहचान

  • लालू लोहरा – लोहरदगा का रहने वाला, जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर था. उसके पास से एक AK-47 राइफल बरामद की गई है. उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
  • छोटू उरांव – मूल रूप से लातेहार के हुसीर गांव का निवासी, यह भी सब जोनल कमांडर था. उस पर भी 5 लाख रुपये का इनाम था.
  • सुजीत उरांव – लोहरदगा निवासी, संगठन का कैडर सदस्य था.

क्या मिला मुठभेड़ में?

पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मौके से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए हैं, जिनमें एक एके-56 राइफल, एक एसएलआर और एक इंसास राइफल शामिल हैं.

पुलिस का बयान

एसपी हरिश बिन जमा ने बताया कि यह मुठभेड़ जेजेएमपी के लिए एक बड़ा झटका है. संगठन पहले भी कमजोर हुआ था जब कई उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद ब्रजेश यादव ने खुद को संगठन का कमांडर घोषित किया. अब पुलिस की नजर सीधे ब्रजेश यादव पर है और उसे किसी भी हाल में पकड़ने या मार गिराने का संकल्प लिया गया है. फिलहाल जंगल में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और सुरक्षा बलों का रवैया और अधिक आक्रामक हो गया है.

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