रांची
:
झारखंड में चुनाव से पहले असम, छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गिद्ध मंडराने लगे हैं. सोमवार को सीएम हेमंत सोरेन ने यह बयान दिया था. इसपर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम
इस तरह की भाषा नहीं बोलते हैं, लेकिन झारखंड को चील-कौवे की तरह नोच-नोच कर सत्ताधारी दल के लोग खा रहे हैं. यहां भ्रष्टाचार और अन्याय की पराकाष्ठा हो चुकी है. रांची एयरपोर्ट पर मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए शिवराज ने ये बातें कही.
बालू से लेकर खनिज तक खा जा रहे हैं
शिवराज ने कहा कि यहां सत्ताधारी दल के लोगों के यहां से नोटों के पहाड़ बरामद हो रहे हैं. बेटियों का क्या हाल है. कानून-व्यवस्था की स्थिति कैसी है यह किसी से छिपी नहीं है. ये लोग
बालू से लेकर खनिज तक खा जा रहे हैं. जल जीवन मिशन का पैसा पूरा बर्बाद कर दिया
,
प्रधानमंत्री ने हर घर जल के लिए पैसा भेजा, लेकिन एक गांव में भी पैसा नहीं पहुंचा. आखिर ये पैसा कहा गया
?
चुनाव के समय 1000 रुपया पकड़ा कर जाल बिछा रहे हैं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हेमंत सरकार ने
5
साल तक एक नौकरी नहीं दी और अब चुनाव के समय
10-10
किलोमीटर तक दौड़ा रहे हैं. युवाओं की जान जा रही है. बांग्लादेशी घुसपैठ से झारखंड की डेमोग्राफी चेंज हो रही है. यह भयानक है. इसलिए झारखंड को बचाना बीजेपी का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने
5
साल में एक वादा पूरा नहीं किया.
2
हजार रुपए चूल्हा खर्च देने का वादा किया था. अब चुनाव के समय केवल
1
हजार रुपए पकड़ाकर जाल बिछा रहे हैं
. यह सब
केवल वोटों के लिए कर रहे हैं. हम इसे उजागर करेंगे और इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे.





