रांची
:
बवाल न्यूज ने शनिवार को कोडरमा के डोमचांच में 1 जून को ध्वस्त हुए निर्माणाधीन जलमीनार को लेकर खबर प्रकाशित की थी.
“
कहीं जलमीनार ने तो नहीं करवा दिया सचिव का तबादला !
”
शीर्षक से प्रकाशित खबर पर झारखंड के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने संज्ञान लेते हुए सरकार पर हमला किया है. उन्होंने खबर को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि
"
जल जीवन मिश
न
में झारखंड सरकार द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की बानगी देखिए. कहा कि मुख्यमंत्री जी
,
जांच के आदेश दे दीजिये नहीं तो भविष्य में जब ऐसे प्रचंड भ्रष्टाचार के मामलों की जांच हमारी सरकार द्वारा होगी तो इसकी आंच बहुत आगे तक जाएगी.
’’
नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा –
‘’
क्रोनोलॉजी समझियेगा
:
•
हेमंत राज में मंत्रालय में रसूख हो
,
मंत्री जी पर प्रभाव हो तो एक ठेकेदार क्या नहीं कर सकता।
•
वह घटिया क्वालिटी का निर्माण कार्य करा सकता है. गड़बड़ी पकड़े जाने पर अपनी गर्दन बचाकर आईएएस तक को नपवा सकता है. इसका उदाहरण है एकेजी कंपनी.
•
यह वही कंपनी है जो कोडरमा के डोमचांच में जलमीनार बनवा रही थी और एक जून
2024
को हल्की आंधी में ढहकर इस जलमीनार ने ठेकेदार के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी थी.
•
घटना के बाद विभाग के तात्कालीन सचिव राजेश शर्मा दूध का दूध और पानी का पानी करने में जुटे थे. उधर विभाग ही ठेकेदार को बचाने में लगा था.
•
डिजाइन में गड़बड़ी बताकर ठेकेदार को बचाने का हर संभव प्रयास किया गया.
IIT
बाम्बे और
IIT
मद्रास से रिपोर्ट मंगवाया गया
,
जिसमें बताया गया कि डिजाइन में कोई त्रुटि नहीं थी. इसके बाद भी ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई
,
उल्टे विभाग के सचिव राजेश शर्मा का तबादला हो गया.
•
विभागीय सूत्र बताते हैं कि सचिव ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की अनुशंसा की फाइल मंत्री को भेजी थी
,
लेकिन ठेकेदार पर कार्रवाई करने के बजाए मंत्री ने फाइल पर "इसे जनहित के प्रस्ताव के साथ उपस्थापित करें" लिखा.
’’
https://twitter.com/amarbauri/status/1827567331939086446





