गाड़ी नहीं हटाया तो विधायक ने पीट दिया!... जयराम पर मारपीट और लूटपाट का आरोप, नावाडीह थाना में शिकायत दर्ज
- Posted on July 10, 2025
- झारखंड
- By Bawal News
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Ranchi : डुमरी के विधायक जयराम महतो पर तीन दिन में दो गंभीर आरोप लगे हैं. पहले सुषमा बड़ाईक ने उनपर आरोप लगाते हुए रांची के अरगोड़ा थाना में एफआईआर दर्ज कराया. अब डुमरी के नावाडीह थाना में विधायक के खिलाफ शिकायत की गई है. बेरमो की प्रखंड प्रमुख गिरजा देवी के देवर और सीसीएल कर्मी कैलाश महतो समेत 5 लोगों ने विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. कैलाश के मुताबिक गुंजरडीह मोड़ के पास हुई इस घटना में वह और उनके साथी घायल हो गए और उनकी सोने की चेन व अंगूठी छीन ली गई. नावाडीह पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है.
जयराम पर बेल्ट से हमला करने का आरोप
नावाडीह थाने में दी गई लिखित शिकायत में कैलाश महतो ने कहा है कि वह बुधवार रात अपने साथियों लोचन महतो, आशीष तपेदार, अर्जुन महतो, संजय महतो, विक्की महतो और कमलेश महतो के साथ अपनी गाड़ी से गुंजरडीह से अपने घर बैदकारो लौट रहे थे. गुंजरडीह मोड़ के पास गाड़ी खराब हो गई. इसी दौरान विधायक जयराम महतो अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे. विधायक के बॉडीगार्ड अशोक महतो ने गाड़ी को सड़क से हटाने को कहा. जब कैलाश ने बताया कि गाड़ी खराब हो गया है, तो अशोक महतो ने कथित तौर पर गाली-गलौज शुरू कर दी. विरोध करने पर अशोक महतो और जयराम समर्थकों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. शिकायत में यह भी कहा गया कि जयराम महतो ने भी वाहन से उतरकर बेल्ट से हमला किया, जिससे कैलाश, लोचन और अर्जुन घायल हो गये.
सोने की चेन और अंगूठी छीनने का आरोप
कैलाश ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने कहा कि वह बेरमो प्रमुख गिरजा देवी के देवर हैं, तब भी जयराम समर्थक गाली-गलौज और मारपीट करते रहे. मारपीट के दौरान सोने की चेन और अंगूठी भी छीन ली. पीड़ितों ने घटना की सूचना नावाडीह थाना को दिया. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नावाडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी. उधर बेरमो प्रमुख गिरिजा देवी ने प्रशासन से विधायक जयराम महतो को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की है. इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. विभिन्न राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं ने इस घटना की निंदा की है. वहीं कुछ एक्स पोस्ट्स में जयराम महतो के समर्थकों ने इसे मनगढ़ंत आरोप बताया है. बवाल न्यूज ने इस मामले में विधायक का पक्ष जानने के लिए उनके दोनों नंबरों में फोन किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.
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