गढ़वा
:
केंद्रीय मंत्री
शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को गढ़वा विधानसभा से बीजेपी के प्रत्याशी सत्येंद्रनाथ तिवारी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर खूब हमला किया. कहा कि
हेमंत सोरेन और गठबंधन की सरकार ने वन संपदा
,
जल संपदा
,
खनिज संपदा और सौंदर्य से भरपूर राज्य को पूरी तरह तबाह और बर्बाद कर दिया है. बेईमान सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचारों की लंबी फेहरिस्त है. इनके मंत्रियों के घरों से नोटों के पहाड बरामद हुए हैं और गरीब जनता त्राही त्राही कर रही है
. शिवराज ने कहा
हमने सुना था कि
,
रावण का भाई कुम्भकरण 6 महीने सोता था और जब 6 महीने के बाद उठता था तो केवल खाता ही रहता था. कुम्भकरण तो 6 महीने ही खाता था
,
लेकिन यहां मंत्री 12 महीने ही खाते रहते हैं. ये ईंट
,
पत्थर
,
बालू
,
कोयला खा जाते हैं
,
जल जीवन मिशन का पैसा खा जाते हैं
,
मानरेगा का पैसा खा जाते हैं. इन्होंने 5 साल झारखंड की भोली-भाली जनता को खाया है.
गरीब को मकान बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा
शिवराज ने कहा कि यहां जनता बालू के लिए तरस रही है
,
बालू बाल्टी में बिक रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब के पक्के मकान बनाने के लिए पैसा तो भेज दिया, लेकिन यहां बालू के दाम आसमान छूं रहे हैं
.
गरीब को मकान बनाने के लिए बालू ही नहीं मिल रही है. कहा कि
मैं आज वचन देने आया हूं कि
बीजेपी
की सरकार बनते ही पक्के मकान बनाने के लिए बालू मुफ्त दी जाएगी. कोई भी गरीब कच्ची छत के नीचे नहीं रहेगा ये मोदी जी का संकल्प है.
माटी
,
बेटी
,
रोटी बचाने का चुनाव है
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि
,
इस बेईमान गठबंधन की सरकार ने जनता के धन को लूट लिया
,
विकास नहीं होने दिया
,
मोदी जी का पैसा खा लिया और दूसरी तरफ हमारी प्यारे झारखंड को विदेशी घुसपैठियों का गढ़ बना दिया. बांगलादेश से घुसपैठिए आ रहे हैं. घुसपैठिए बेटियों से विवाह भी कर लेते हैं और विवाह करके उनके नाम पर जमीन भी खरीद लेते हैं. ये हमारी बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. सोरेन सरकार में 7 हजार 400 बेटियों के साथ बलात्कार हुए हैं. रुबिका पहाड़िया जैसी बेटियों की निर्मम हत्या की गई है. बलात्कार हो रहे हैं
,
हत्याएं हो रही है
,
लूट हो रही है
,
डकैती हो रही है अगर हम आज भी चुप रहे तो समझ लेना ये झारखंड नहीं बचेगा
,
ये बंगलादेशी घुसपैठियों का घर हो जाएगा. इसलिए ये चुनाव केवल विधायक चुनने का चुनाव नहीं है
,
ये चुनाव झारखंड में माटी बचाने का चुनाव है.
सरकार बनते ही बहनों के खाते में आएंगे 2100 रूपए
चौहान ने कहा कि
पांच साल पहले विधानसभा चुनाव के दौरान जेएमएम ने महिलाओं से वादा किया था कि
,
उन्हें हर महीने चूल्हा खर्च के लिए 2 हजार रूपए दिए जाएंगे
,
लेकिन 4 साल 10 महीने हेमंत सोरेन को माताओ-बहनों की याद नहीं आई और अब चुनाव आते ही उनके खाते में महज 1 हजार रूपए डाले जा रहे हैं. अगर एक महिला हितग्राही को 2 हजार रूपए प्रति माह के हिसाब से 1 साल राशि मिलती तो सालाना 24 हजार रूपए होते हैं
,
और पांच साल के हिसाब से हर महिला हितग्राही के खाते में अब तक 1 लाख 20 हजार रूपए मिलने चाहिए थे
,
लेकिन मिले कितने
,
केवल 2 हजार रूपए. यानी कि
धोखेबाज सोरेन सरकार महिलाओं के हक के 1 लाख 18 हजार रूपए भी डकार गई.





