झारखंड के 13982 आंगनबाड़ी केंद्रों के पास नहीं है अपना भवन, स्कूल और पंचायत भवनों में चल रहे 2753 केंद्र

राज्य में 38432 आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं. इनमें से 13982 (37%) आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपना भवन नहीं है.

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रांची : छोटे बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार आंगनबाड़ी केंद्र चला रही है. झारखंड में कुल 38432 आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं. इनमें से 13982 यानी करीब 37 फीसदी आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपना भवन नहीं है. इनमें से 11229 आंगनबाड़ी केंद्र किराये के भवनों में चल रहे हैं, जबकि 2753 आंगनबाड़ी केंद्र स्कूल, पंचायत और सामुदायिक केंद्र जैसे सरकारी भवनों में चल रहे हैं.

787 केंद्रों का हो चुका है निर्माण, हैंडओवर बाकी

राज्य में वर्तमान में 6949 आंगनबाड़़ी केंद्र के भवन स्वीकृत हैं. इनमें से 787 भवनों का निर्माण हो चुका है, जबकि 3295 केंद्रों का निर्माण अभी चल ही रहा है. वहीं 2867 भवनों का निर्माण अभी शुरू ही नहीं हुआ है. जिन 787 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण हो चुका है वह भी अभी तक आंगनबाड़ी केंद्रों को हैंडओवर नहीं हो पाया है. महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने सभी जिलों के डीसी को बने हुए भवनों को आंगनबाड़ी केंद्रों को हैंडओवर कराने का निर्देश दिया है.

मनरेगा अभिसरण से बनेंगे 7003 आंगनबाड़ी केंद्र

विभाग ने 13982 में बचे हुए 7003 आंगनबाड़ी केंद्रों के अपने भवन की व्यवस्था मनरेगा अभिसरण से कराने की योजना बनाई है. इसके तहत वर्तमान में 3480 आंगनबाड़ी केंद्रों में भवन निर्माण के लिए समाज कल्याण निदेशालय को राशि उपलब्ध करा दी गई है. जल्द ही आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.

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