गुमला में रैयती जमीन पर स्थापित कर दिया ताजिया, बाबूलाल ने सीएम को पत्र लिखा: कार्रवाई करें, नहीं तो आंदोलन होगा

The verdict in Malegaon blast case came after 17 years, all 7 accused including Sadhvi Pragya Thakur were acquitted, BJP said Congress should answer saffron terrorism (30)-eHYSzaHOFY.jpg

Ranchi: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर गुमला में रैयती जमीन पर ताजिया रखे जाने का मामला उठाया है. बाबूलाल ने गुमला के बड़ाइक मोहल्ला में अवैध रूप से स्थापित ताजिया को हटाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि रूपेश कुमार सिंह की रैयती जमीन पर 9 सितंबर को विशेष समुदाय के लोगों ने अवैध कब्जा कर लकड़ी-बांस से ताजिया स्थापित किया है. शिकायत और एफआईआर करने के 23 दिन बाद भी इसे हटाने के लिए प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है.

बाबूलाल मरांडी ने पत्र में आरोपियों के नाम का भी उल्लेख किया है, जिनमें अहमद लेन, आजाद बस्ती के मो नसीम, मो तफरेज, मो सलीम, मो कादिर, मो नाजिर, मो सरवर आलम, मो जाहिद अंसारी, मो आरिफ अंसारी और मो सुहैल शामिल हैं. दिलचस्प ये है कि आरोपी मो आरिफ अंसारी के जिला सचिव भी हैं. बाबूलाल ने आगे लिखा कि, मो साजिद नाम के जिस शख्स ने रूपेश को उसकी जमीन पर कब्जा होने की जानकारी दी उसे भी मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने जान से मारे की धमकी दी और शहर में खून-खराबे की बात कही.

बाबूलाल ने कहा कि इस मामले में प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. इससे स्पष्ट होता है कि सरकार तुष्टीकरण और वोटबैंक के चश्मे से अपराध और अपराधियों को देखती है, कार्रवाई करती है. इन्हीं सब घटनाओं की वजह से राज्य का बहुसंख्यक हिंदू समाज यह समझने लगा है कि राज्य की सरकार उनकी जमीन, इज्जत, बहन-बेटियों की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल है. आम जनता को एहसास हो रहा है कि राज्य में बढ़ रही जेहादी मानसिकता ने राज्य सरकार के संरक्षण में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण बढ़ाया है. इसके कारण सांप्रदायित तनाव भी तेजी से बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार मामले की जांच कराकर जल्द जमीन को कब्जा मुक्त कराये और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे. नहीं तो बीजेपी पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेगी.

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