ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार को तीनों सेनाओं के डीजी ऑपरेशंस ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की. भारतीय सेना में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमारा एयर डिफेंस सिस्टम तैयार था. पाकिस्तान हमारे एयर डिफेंस ग्रिड सिस्टम को भेद नहीं पाया. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने अपनी सीमा में रहते हुए पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया. लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी हमले का जोरदार पलटवार किया. पाकिस्तान की ओर से दागे गए मिसाइल को मार गिराया. पाकिस्तान ने जो मिसाइल दागे थे, वो चीन के थे. जिसमें भारत ने मार गिराया. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों का चरित्र बदल गया है. निर्दोष नागरिकों पर हमले किए जा रहे थे. ‘पहलगाम तक पाप का यह घड़ा भर चुका था’.
ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आंतकी ढेर
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि आईसी 814 के अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद समेत 100 से अधिक आतंकवादियों को सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मार गिराया गया. इसके अलावा यह भी बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई में 30 से 40 पाकिस्तान सैनिक भी मारे गए.
भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना नामुमकिन
वहीं एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों की कई कोशिशों को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिये. एयर मार्शल एके भारती ने कहा, हमारी युद्ध-सिद्ध प्रणालियां समय की कसौटी पर खरी उतरी हैं और उनका डटकर मुकाबला करती हैं. एक और खास बात स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम, आकाश प्रणाली का शानदार प्रदर्शन रहा है. भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाक हमले को नाकाम किया. उन्होंने कहा, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना नामुमकिन है.
पाकिस्तानी विमानों को भारत में घुसने से रोका
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारत ने निश्चित रूप से कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है, लेकिन उन्होंने संख्या के बारे में कोई अनुमान लगाने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के विमानों को हमारी सीमा के अंदर घुसने से रोक दिया गया. इसलिए हमारे पास मलबा तो नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से हमने कुछ विमानों को मार गिराया है.
पाकिस्तान ने लगाई थी संघर्ष विराम की गुहार
डीजीएमओ ने बताया कि पाकिस्तान के उनके समकक्ष ने शनिवार दोपहर उन्हें फोन करके संघर्ष रोकने का रास्ता निकालने का अनुरोध किया था. शनिवार दोपहर दोनों डीजीएमओ ने भारतीय समयानुसार शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति व्यक्त की थी. भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ का यह फोन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शनिवार सुबह रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन समेत कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला करने के बाद आया था.





