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वीं लोकसभा का बजट सत्र शुरू हो चुका है.
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फरवरी को देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लगातार आठवीं बार बजट पेश करेंगी. देशभर में अर्थशास्त्री और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स बजट
2025
से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं. उम्मीद की जा रही है कि निर्मला का बजट इन्फ्रास्ट्रक्चर
,
एग्रीकल्चर
, MSEMs
और दूसरे जरूरी सेक्टर को तेजी से आगे बढ़ाने वाला होगा. बजट में इस बार रेलवे
,
सड़क और डिफेंस जैसे सेक्टर में कैपिटल एक्सपेंडीचर में निवेश पर फोकस रखने की उम्मीद है. टैक्सपेयर्स भी इस बार वित्त मंत्री से इनकम टैक्स में राहत देने की उम्मीद कर रहा है. मिडिल-क्लास और सैलरीड क्लास को भी
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लाख तक की आय टैक्स फ्री होने की उम्मीद है. हर बार की तरह इस बार भी महंगाई और टैक्स का बोझ झेल रहे मिडिल क्लास लोगों को उम्मीद है कि बजट में उन्हें सरकार कुछ राहत तो जरूर देगी. क्योंकि महंगाई दिनों दिन आसमान छूती जा रही है और आम इंसान की जेब पर बोझ बढ़ता ही जा रहा है.
1 लाख करोड़ से अधिक का हो सकता है हेल्थ बजट
देश फिलहाल कमजोर आर्थिक ग्रोथ
,
गिरते रुपए और दुनिया में चल रही उठापटक से जूझ रहा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक
,
इस बजट में सरकार युवाओं
,
महिलाओं और किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती हैं. देश की सेहत के लिहाज से जरूरी स्वास्थ्य क्षेत्र को आम बजट में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये का आवंटन मिल सकता है.
इसमें
एक
हिस्सा
नौ
से
14
साल तक की बच्चियों के लिए निशुल्क सर्वाइकल कैंसर रोधी टीकाकरण के लिए हो सकता है.
बताया
जा
रहा
है
कि
स्वास्थ्य
मंत्रालय
ने
वित्त
मंत्रालय
से
एक
लाख
करोड़
रुपये
से
अधिक
का
बजट
मांगा
है
.
आपको
बता
दें
कि
हेल्थ
सेक्ट
के
लिए
बजट
में
2022
में
75,731
करोड़
, 2023
में
80,518
करोड़ और
2024
में
90,659
करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था. इसलिए इस बार
1
लाख करोड़ से अधिक के बजट की उम्मीद की जा रही है.
रक्षा बजट में भी हो सकती है बढ़ोतरी
वहीं दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रक्षा बजट भारत का ही है. इस बार के रक्षा बजट से भी एक्सपर्ट्स को काफी उम्मीदें हैं.
2024
में देश का रक्षा बजट
83.6
बिलियन डॉलर था. यह भारत की
GDP
का
2.4
फीसदी है. जबकि इससे पहले
2023
में भारत का डिफेंस बजट
78
बिलियन डॉलर के आसपास था. इस बार रक्षा बजट में स्वदेशी हथियार और उपकरण निर्माण के लिए फंडिंग बढ़ने की भी उम्मीद की जा रही है.
निवेशकों में घबराहट
उधर
अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ने के कारण निवेशकों में घबराहट है और इसने रोज़गार के अवसरों को भी कम किया है. जबकि महंगाई के हिसाब से मज़दूरी और वेतन में बढ़ोतरी नहीं होने से ख़ासकर सीमित आमदनी वाले परिवारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पिछली तिमाहियों में कंपनियों के निराशाजनक प्रदर्शन ने भी इन हालात को मुश्किल बनाया है. जिससे नौकरी चाहने वाले युवाओं को पर्याप्त संख्या में रोज़गार नहीं मिल पा रहा है. इन सारे कारकों के कारण देश के मिडिल क्लास ने अपने खर्चों में कटौती की है जिससे पिछले कुछ महीनों में उपभोग में गिरावट आई है.
सामान्य होगा शेयर बाजार
एक फरवरी शनिवार का दिन पड़ रहा है
,
लेकिन बजट पेश होने के कारण शनिवार होने के बावजूद इस दिन शेयर बाजारों में भी सामान्य कारोबार होगा. माना जा रहा है कि इस बार सीतारमण के पिटारे से ग्रोथ और खपत को बढ़ावा देने के लिए कुछ खास हो सकता है. साथ ही गरीबों के लिए भी कुछ खास योजनाएं आ सकती है. साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर
,
रेलवे
,
डिफेंस
,
रियल एस्टेट मैन्यूफैक्चरिंग और कई दूसरे सेक्टर्स के लिए भी बजट में अहम घोषणा हो सकती है. बजट के दौरान इन सेक्टर्स से जुड़े शेयरों में तेजी आ सकती है.
इन्फ्रास्ट्रक्चर पर होगा जोर
जानकारों का कहना है कि हर बार की तरह इस बार भी बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर मोदी सरकार को जोर हो सकता है. सरकार बुनियादी ढांचे पर ज्यादा बजट आवंटित कर सकती है. इससे एलएंडटी
,
आईआरबी इन्फ्रा
,
दिलीप बिल्डकॉन
,
केएनआर कंस्ट्रक्शन
,
पीएनसी इंफ्राटेक
,
केईसी इंटरनेशनल और एनसीसी के शेयरों में शनिवार को तेजी रह सकती है. इसी तरह रेलवे के लिए बजट बढ़ाने से
RVNL,
जुपिटर वैगन्स
,
टीटागढ़
, RITES
और
BEML
जैसे शेयरों में पॉजिटिव रिस्पॉन्स देखने को मिल सकता है.
गरीब और मिडिल क्लास को राहत की उम्मीद
यह भी माना जा रहा है कि सरकार ग्रामीण इलाकों में इनकम बढ़ाने और महंगाई पर काबू पाने के लिए कुछ अहम घोषणा कर सकती है. इससे डाबर
,
इमामी
,
एचयूएल और ब्रिटानिया जैसे शेयर फोकस में रहेंगे. बिजली से जुड़ी घोषणा होने पर एनटीपीसी
,
टाटा पावर
,
जेएसडब्ल्यू एनर्जी
,
एनएचपीसी
,
एसजेवीएन
,
सीईएससी
,
अडानी पावर
,
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और केपी एनर्जी के निवेशकों को फायदा हो सकता है. इसी तरह हेल्थ सेक्टर को बूस्ट देने के लिए अगर कोई घोषणा होती है तो सन फार्मा
,
सिप्ला
,
डॉ. रेड्डीज और बायोकॉन को फायदा हो सकता है. आयुष्मान भारत स्कीम के बजट में बढ़ोतरी से अपोलो हॉस्पिटल्स
,
मैक्स हेल्थ
,
एस्टर डीएम हेल्थकेयर
,
किम्स और जुपिटर के शेयर प्रभावित हो सकते हैं. फिलहाल देखना ये है कि निर्मला ताई का बजट देश के गरीब और मिडिल क्लास की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है.





