निलंबित IAS अधिकारी विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता से एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने एक बार फिर पूछताछ की. रविवार सुबह ACB के डीआईजी, एसपी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी कांके रोड स्थित विनय चौबे के आवास पहुंचे और स्वप्ना संचिता से कई घंटे तक पूछताछ की. इससे पहले भी 3 दिसंबर को ACB की टीम उनके घर पर पूछताछ कर चुकी है.
ACB ने 24 नवंबर को विनय चौबे के खिलाफ चौथी प्राथमिकी दर्ज की थी. इस मामले में उनके रिश्तेदारों और मित्रों सहित सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. आरोप है कि सभी ने मिलकर भ्रष्टाचार के जरिए बड़ी मात्रा में अवैध संपत्ति अर्जित की. प्राथमिकी में विनय चौबे के साथ उनकी पत्नी स्वप्ना संचिता, उनके करीबी मित्र एवं अवैध निवेश से जुड़े विनय सिंह और उनकी पत्नी संचिता सिंह के नाम शामिल हैं. इसके अलावा विनय चौबे के साले शिपिज त्रिवेदी, उनकी पत्नी प्रियांका त्रिवेदी और विनय चौबे के ससुर एस.एन. त्रिवेदी को भी आरोपी बनाया गया है. उन पर करोड़ों की गड़बड़ी, फर्जी लेनदेन और परिवार व कर्मचारियों के माध्यम से अवैध संपत्ति बनाने के आरोप हैं. गौरतलब है कि विनय चौबे और विनय सिंह वर्तमान में शराब और जमीन घोटाले से संबंधित मामलों में जेल में हैं.
उधर, झारखंड में शराब और जमीन घोटाले के आरोपी तथा नेक्सजेन ऑटोमोबाइल के मालिक विनय कुमार सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह की तलाश में भी ACB सक्रिय है. रविवार सुबह ACB की तीन गाड़ियों का काफिला बिहार के लखीसराय के नयासराय पहुंचा और स्निग्धा सिंह के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई. स्निग्धा सिंह को ACB ने कई बार नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह अब तक उपस्थित नहीं हुई हैं. वह शराब घोटाले के साथ-साथ हजारीबाग वन भूमि घोटाले में भी आरोपी हैं, जिसकी जांच में उन्हें महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है.
वन भूमि घोटाला उस समय से जुड़ा है जब विनय चौबे हजारीबाग के उपायुक्त थे और स्निग्धा सिंह के नाम पर जमीन की जमाबंदी की गई थी. इस मामले में ACB पहले ही विनय कुमार सिंह, विजय प्रताप, विनय चौबे, तत्कालीन अंचल अधिकारी शैलेश कुमार सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. ACB का मानना है कि स्निग्धा सिंह की गिरफ्तारी या पूछताछ इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी.




