संघर्ष से महाकीर्तिमान तक... 3 घंटे सोती थी मां, पिता ने काम छोड़ा, ऐसे हुआ वैभव सूर्यवंशी के क्रिकेटर बनने का सपना पूरा
- Posted on April 29, 2025
- खेल
- By Bawal News
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राजस्थान रॉयल्स बनाम गुजरात टाइटंस मैच को 14 साल के वैभव सूर्यवंशी के लिए याद किया जाएगा. बिहार का यह लड़का आईपीएल अर्धशतक लगाने वाला सबसे युवा खिलाड़ी बना. फिर सबसे युवा शतक जड़ने वाला खिलाड़ी भी बना. वैभव आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बन गए. वैभव सूर्यवंशी की क्रिकेटर बनने की कहानी संघर्ष से भरी है. 35 गेंदों पर IPL शतक जड़कर सुर्खियां बटोरने वाले वैभव सूर्यवंशी ने अपने संघर्षों की कहानी साझा करते हुए बताया कि कैसे उनकी मां सिर्फ 3 घंटे सोती थीं और पिता ने उनका क्रिकेट सपना पूरा करने के लिए अपना काम छोड़ दिया था. परिवार ने कठिन परिस्थितियों में घर चलाया, लेकिन वैभव के क्रिकेटर बनने के सपने को जिंदा रखा.
वैभव ने कहा- 'जो भी मैं आज हूं अपने पैरेंट्स की वजह से हूं. मेरी प्रैक्टिस की वजह से मां 2 बजे रात में उठती थीं. वो रात में 11 बजे सोती थीं और केवल तीन घंटे की नींद लेती थीं. फिर मेरे लिए वो खाना बना रही हैं. पापा ने काम छोड़ दिया, मेरा बड़ा भाई पापा का काम संभाल रहा है और उसी से घर चल रहा है. और पापा मेरे पीछे लगे हुए हैं कि तुम करेगा, तुम करेगा, तुम करेगा... भगवान देखते हैं कि मेहनत करने वाले को कभी असफलता नहीं मिलती है.'
वैभव ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि पहली गेंद पर छक्का मारना मेरे लिए नॉर्मल था. क्योंकि वो यह सब अंडर 19 टीम इंडिया के लिए और डोमेस्टिक मैचों में ऐसा कर चुके थे. क्योंकि मुझे एक चीज मालूम थी कि अगर मेरे रडार में गेंद आएगी तो मैं मारुंगा. मैंने दिमाग में यह नहीं सोचा था कि यह बड़ा बॉलर है. अभी मुझे इंडिया के लिए कंट्रीब्यूट करना चाहता हूं. खेलना चाहता हूं, तो उसी हिसाब से तैयारी करनी है.
35 गेंदों पर शतक जड़ने वाले वैभव ने अपनी पारी में 11 छक्के लगाए और 7 चौके जड़े. वो प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे. वैभव 38 गेंदों में 101 रन बनाकर आउट हुए आईपीएल में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के नाम है, जिन्होंने अप्रैल 2013 में पुणे वॉरियर्स के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए 30 गेंद में शतक जमाया था.
मैच के बाद वैभव ने कहा- बहुत अच्छा लग रहा है. यह आईपीएल में मेरा पहला शतक है और मेरी तीसरी पारी थी. टूर्नामेंट से पहले जो प्रैक्टिस की थी, उसका अब अच्छा नतीजा मिल रहा है. मैं बस गेंद को देखता हूं और खेलता हूं. यशस्वी जायसवाल के साथ बैटिंग करना अच्छा लगता है, वह मुझे समझाते हैं कि क्या करना है और हमेशा पॉजिटिव बात करते हैं. आईपीएल में शतक बनाना मेरा सपना था और आज वह पूरा हो गया. मुझे कोई डर नहीं लगता. मैं ज्यादा नहीं सोचता, सिर्फ खेल पर ध्यान देता हूं.
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