बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन को नया अध्यक्ष मिला. इस दौरान सदन में ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने राजनीतिक मतभेदों के बीच भी सौहार्द और परंपरा की सुंदर मिसाल पेश की. नए स्पीकर प्रेम कुमार को उनकी सीट तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव परंपरा अनुसार साथ आए. दोनों नेताओं ने मिलकर उन्हें अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया.
NDA गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद BJP विधायक डॉ. प्रेम कुमार ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया था और मंगलवार को वे निर्विरोध स्पीकर चुने गए. सदस्यों ने उम्मीद जताई कि वे सदन का संचालन निष्पक्षता के साथ करेंगे.
विशेष सत्र के दौरान एक रोचक पल तब देखने को मिला जब प्रेम कुमार आसन की ओर बढ़ रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी दाहिनी ओर खड़े थे, जबकि तेजस्वी यादव बाईं ओर से आ रहे थे. प्रेम कुमार बैठने ही वाले थे कि नीतीश ने हल्के संकेत से उन्हें रुकने को कहा, ताकि तेजस्वी भी इस ऐतिहासिक क्षण में उनके साथ शामिल हो सकें. जैसे ही तेजस्वी पहुँचे, नीतीश मुस्कुराए और बोले— “अब बैठिए…”. इसके बाद दोनों नेताओं ने एक साथ प्रेम कुमार को आसन पर बैठाया. सदन ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से गूंज उठा और यह क्षण महज औपचारिकता से आगे बढ़कर एक भावनात्मक दृश्य बन गया.
राजनीति की उलझनों और बदलते समीकरणों के बीच नीतीश-तेजस्वी के बीच का सहज संबंध समय-समय पर झलकता रहता है. इसी दिन तेजस्वी सम्राट चौधरी से हाथ मिलाते और रामकृपाल यादव से गले मिलते भी दिखे. विधानसभा में उनकी यह सहजता और नीतीश कुमार का सौहार्दपूर्ण संकेत बताता है कि राजनीति की राहें चाहे अलग हों, लेकिन आपसी सम्मान और समझ अब भी कायम है.

