Patna:
बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है और इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे हैं. शुक्रवार को उन्होंने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की, जो करीब 18-20 मिनट तक चली. इस बैठक में दोनों नेताओं ने आगामी चुनाव को लेकर रणनीतिक चर्चा की. मीटिंग के बाद अमित शाह एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए और वहां से छपरा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए निकल पड़े.
महागठबंधन पर बीजेपी का वार
बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कांग्रेस और राजद के बीच बढ़ती दरार का हवाला दिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि कई सीटों पर दोनों पार्टियों ने अलग-अलग उम्मीदवार उतारे हैं, जिससे गठबंधन की एकता पर सवाल उठने लगे हैं.
नीरज ने लिखा,
"महाठगबंधन कहीं जमीन पर बचा है क्या? कहलगांव, बछवारा, वैशाली, जाले, चनपटिया जैसे कई सीटों पर कांग्रेस और राजद के अलग-अलग उम्मीदवार मैदान में हैं. यह गठबंधन नहीं, दिखावा है — कच्ची मिट्टी का घड़ा, जो चुनावी नदी में बह जाएगा."
शाह-नीतीश मुलाकात के मायने
अमित शाह की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब एनडीए में सीटों का बंटवारा पहले ही तय हो चुका है. इस बार बीजेपी और जेडीयू बराबर-बराबर 101 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं लोजपा को 29 सीटें, जबकि जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टियों को 6-6 सीटें दी गई हैं.
मुख्यमंत्री पद पर अभी भी सस्पेंस
हाल ही में एक इंटरव्यू में जब अमित शाह से पूछा गया कि अगर एनडीए सत्ता में आती है तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा, तो उन्होंने कहा: "एनडीए एक गठबंधन है, चुनाव के बाद सभी दल मिलकर विधायक दल में नेता का चुनाव करेंगे. अभी हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं."
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार चाहते थे कि उन्हें पहले से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाए, लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं हुई है. फिलहाल पार्टी यही रणनीति अपना रही है कि मुख्यमंत्री पद का फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद ही होगा.


