‘चोरी-चमारी’ वाले बयान पर फंसे प्रशांत किशोर, सोशल मीडिया पर उठी माफी की मांग

The verdict in Malegaon blast case came after 17 years, all 7 accused including Sadhvi Pragya Thakur were acquitted, BJP said Congress should answer saffron terrorism (7)-D4pHF8yUqp.jpg

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है, और नेताओं के बीच तीखी बयानबाज़ी भी देखने को मिल रही है. इसी बीच जनसुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर एक बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है और कई लोग उनसे सार्वजनिक माफी की मांग कर रहे हैं.

दरअसल, हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि वे जल्द ही उनके खिलाफ एक और बड़ा खुलासा करने वाले हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अशोक चौधरी ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए किशोर ने कहा, “मैं एक-दो दिन में एक और खुलासा करूंगा, ताकि वो मुझे एक और 100 करोड़ का नोटिस भेजें."

इसी बातचीत में उन्होंने कहा, "भाजपा के एक नेता ने कहा कि मुझे जेल भिजवा देंगे. सात जन्म लोगे तो भी हमें जेल नहीं भेज सकते. हम लोग क्या ‘चोरी-चमारी’ करने वाले हैं? बिहार के लिए लड़ रहे हैं, इस धरती के लिए अपना जीवन खपा रहे हैं. ये मेरा अहंकार नहीं, बल्कि बिहार के लोगों के प्रति मेरी जिम्मेदारी है.”

यही "चोरी-चमारी" शब्द अब विवाद का कारण बन गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कई लोगों ने इस शब्द को एक जाति विशेष का अपमान बताते हुए विरोध जताया है. आमतौर पर "चोरी-चकारी" जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन प्रशांत किशोर द्वारा "चोरी-चमारी" कहे जाने पर इसे भेदभावपूर्ण और अपमानजनक बताया जा रहा है.

इस बयान के बाद प्रशांत किशोर की आलोचना तेज हो गई है, और लोग उनसे इस टिप्पणी पर सफाई देने या माफी मांगने की मांग कर रहे हैं. अब देखना यह होगा कि पीके इस विवाद पर क्या रुख अपनाते हैं.

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