झारखंड में आदिवासियों की नहीं घुसपैठियों की चल रही सरकार : हिमंता बिस्वा सरमा
- Posted on August 10, 2024
- राजनीति
- By Bawal News
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घुसपैठियों के कारण राज्य की डेमोग्राफी बदल चुकी है. राज्य के 19 विधानसभा क्षेत्र में 20% से ज्यादा घुसपैठिए बढ़े हैं.
रांची : झारखंड में आदिवासियों की नहीं घुसपैठियों की सरकार चल रही है. झारखंड के आदिवासी युवा रो रहे हैं और सरकार उन्हें नक्सली बना रही है. असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के झारखंड विधानसभा सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने यह बातें कही. वे रांची में भाजपा के एक सम्मेलन में बोल रहे थे. हिमंता ने कहा कि इतना झूठ बोलने वाला मुख्यमंत्री कहीं नहीं है. ऐसा लगता है हेमंत सोरेन रात को सपना देखते हैं और सुबह में वादा कर देते हैं, पर जनता जानना चाहती है कि हेमंत सोरेन सच कब बोलते हैं. हेमंत सोरेन न वादा निभाते हैं न जनता से माफी मांगते हैं. मुख्यमंत्री का बोलने का तरीका भी डेमोक्रेटिक नहीं है. जनता को धोखा भी दे रहे और 5 लाख नौकरी,बेरोजगारी भत्ता, बांग्लादेशी घुसपैठ पर बोलने को तैयार नहीं हैं. ऐसी सरकार अगर आगे चली तो राज्य के युवाओं का कोई भविष्य नहीं बचेगा.
मइयां योजना भी धोखा है
उन्होंने कहा कि मइयां योजना भी धोखा है. दो महीने तक दो हजार देने की बात कर रहे, लेकिन बेटी-बहनों को दलाल बिचौलिए फार्म भरने में ही एक हजार लूट ले रहे. हेमंत सरकार को कंप्यूटर ने भी रिजेक्ट कर दिया है. कहा कि राज्य की माताओं-बहनों को 2 हजार रुपया नही बल्कि भाई और बेटे को नौकरी चाहिए. हेमंत सोरेन के पास राज्य के बेरोजगार युवाओं का पिछले 60 महीना का 3 लाख बकाया है, जिसे व्याज सहित मांगने के लिए राज्य का युवा हकदार है. युवाओं का उधार पैसा हेमंत सोरेन के घर में फंसा है.
23 अगस्त को राज्य का एजेंडा युवा तय करेगा
हिमंता ने कहा कि किसानों की ऋण माफी की बात भी धोखा है. जब तक राज्य सरकार बैंक को पैसा नहीं देगी तब तक बैंक एनओसी नहीं देता है.ये वादा करने में माहिर सरकार है, लेकिन निभाती तो भाजपा की सरकार है. भाजपा की सरकार जो वादा करके आती है उसे निभाती है. चाहे केंद्र की हो या फिर प्रदेशों की. उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को राज्य का एजेंडा अब युवा तय करेगा. आज राज्य में दो ही प्रमुख मुद्दा है. एक तरफ राज्य सरकार के वादा खिलाफी से जनता में आक्रोश है दूसरी तरफ घुसपैठियों से राज्य को बचाना है. हमें मिलकर घुसपैठियों से लड़ना है. घुसपैठिए जाति देखकर हमला नहीं कर रहे बल्कि हिंदुओं को मार रहे हैं.
झारखंड के 19 विधानसभा क्षेत्र में 20% से ज्यादा घुसपैठिये बढ़े
उन्होंने कहा कि घुसपैठियों के कारण राज्य की डेमोग्राफी बदल चुकी है. राज्य के 19विधानसभा क्षेत्र में 20%से ज्यादा घुसपैठिए बढ़े हैं. चाहे तारानगर हो,गोपीनाथ पुर हो या गाय बथान. यहां आदिवासी मुख्यमंत्री का नहीं घुसपैठियों का शासन चल रहा. हॉस्टल में आदिवासी बेटा रो रहा और हेमंत सरकार उन्हें नक्सली बताकर मुकदमा दर्ज करा रही. राज्य सरकार को ममता बनर्जी धमकाती है और हेमंत सोरेन चुप रहते हैं.
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