असम के सीएम की झारखंड के डीजीपी को चेतावनी, कहा : कानून सिखा देंगे, लिमिट में तेल लगाइये
- Posted on August 25, 2024
- राजनीति
- By Bawal News
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डीजीपी से आग्रह है इतना भी तेल न लगाएं. लिमिट में रहें. जिन 55 नेताओं पर एफआईआर किया गया है उनमें से विधायक रणधीर सिंह और कोचे मुंडा तो रैली में थे ही नहीं. वहीं 12000 अज्ञात लोगों पर एफआईआर कर सरकार ने भविष्य में ब्लैकमेलिंग का रास्ता खोला है.
रांची : असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के सह विधानसभा प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा ने झारखंड के डीजीपी को खुली चेतावनी देते हुए कहा है कि उनको कानून सिखा देंगे. भाजपा की युवा आक्रोश रैली के बाद 55 भाजपा नेताओं समेत 12000 अज्ञात लोगों पर मुकदमा करने को लेकर हिमंता भड़के हुए थे. भाजपा के “मिला क्या” कार्यक्रम के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए वे अनुराग गुप्ता पर जमकर बरसे. कहा डीजीपी से आग्रह है इतना भी तेल न लगाएं. लिमिट में रहें. जिन 55 नेताओं पर एफआईआर किया गया है उनमें से विधायक रणधीर सिंह और कोचे मुंडा तो रैली में थे ही नहीं. वहीं 12000 अज्ञात लोगों पर एफआईआर कर सरकार ने भविष्य में ब्लैकमेलिंग का रास्ता खोला है. इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ है. जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठायेगा उसे इसी केस में उठाकर जेल में डाल दिया जाएगा. कहा कि वे इस मामले की ज्यूडिशियल इन्क्वायरी की मांग करेंगे.
सरकार नहीं डिक्टेटरशिप चल रहा है
हिमंता ने कहा कि झारखंड में सरकार नहीं डिक्टेटरशिप चल रहा है. इस डीजीपी से नहीं चल पायेगा. कहा कि वे चुनाव आयोग से मांग करेंगे कि विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड के डीजीपी को बदला जाए. चुनाव आयोग को यह भी बताएंगे की डीजीपी पर रघुवर सरकार के समय राज्यसभा चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगा था. हिमंत ने कहा कि वे डीजीपी को तीन दिन का समय देते हैं. वे बताएं कि आखिर 12 हजार लोगों पर किस हिसाब से एफआईआर किया गया. नहीं तो वे कोर्ट जाएंगे. यह सरकार इस तरह डेमोक्रेटिक मूवमेंट को कुचल नहीं सकती.
निर्मल महतो समाधि स्थल से भी भाजपा सरकार से मांगेगी जवाब
उन्होंने कहा कि राज्य के युवा अपने अधिकार के लिए जन आक्रोश रैली निकलती है और सरकार युवाओं पर लाठियां, आंसू गैस फेक रही हैं. राज्य की हालत ऐसी है कि यहां कोई सरकार से सवाल तक नही पूछ सकता, लेकिन भाजपा पीछे नहीं हटेगी. हम शाहिद निर्मल महतो के शहीद स्थल पर भी जा कर सरकार से जवाब मांगेंगे. सरकार ने जो भी वादा किये है वो सरकार को देना ही होगा. पूरा राज्य सरकार से पूछ रहा है युवाओं को रोजगार मिला क्या, महिलाओं को चूल्हा भत्ता मिला क्या, किसानों को कोल्ड स्टोरेज मिला क्या.
युवा, महिला, किसान पूछ रहे हैं मिला क्या : अमर बाउरी
मिला क्या कार्यक्रम के जरिये भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो के किये गये वादों का हिसाब मांगा. भाजपा ने कहा कि सरकार ने हर साल 5 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. जब सबको नौकरी नहीं मिली तो फिर 15000 करोड़ रुपये कहां गये. महिलाओं को बिना बैंक गारंटी के 50 हजार रुपये लोन देने का वादा था. यह भी पूरा नहीं हुआ तो आखिर 300 करोड़ रुपये कहां गये. युवतियों को शादी के बाद 50 हजार रुपये और एक सोने का सिक्का देने का वादा भू पूरा नहीं हुआ. 1.8 लाख हजार करोड़ रुपये कहां गये.
इस सरकार को हटाना है : बाबूलाल मरांडी
कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी गिरिडीह से वर्चुअल रूप से जुड़े थे. उनके साथ भेलवारा पंचायत के सिलसिया गांव की कुछ महिलाएं थीं, जिन्होंने बताया कि उन्हें सर्वजन पेंशन समेत अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिला है. बाबूलाल ने कहा कि राज्य की जनता समझ चुकी है कि हेमंत सरकार उन्हें ठगने के लिए घोषणाएं करती है. इस सरकार ने साढ़े चार साल में जितनी घोषणाएं की उनमें से कोई पूरा नहीं हुआ. जनता अब इस सरकार को हटाना चाहती है.
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