सीपी राधाकृष्णन का पलड़ा कितना भारी... उपराष्ट्रपति चुनाव का नंबर गेम समझिए

  • Posted on August 18, 2025
  • देश
  • By Bawal News
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New Delhi: उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर एनडीए और इंडिया ब्लॉक की जंग तेज हो गई है. एनडीए से महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन प्रत्याशी बनाये गये हैं, वहीं विपक्षी गठबंधन आज उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर होने वाले बैठक में अपना फैसला ले सकता है. बैठक में सरकार के नंबर गेम को चुनौती देने पर चर्चा होगी. सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी पर टीडीपी, जेडीयू और जन सेना ने समर्थन भी दे दिया है. वहीं बीजेपी की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बातचीत कर सीपी राधाकृष्णन के लिए समर्थन मांगा है.

उपराष्ट्रपति चुनाव का गणित

राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों के वोट से उपराष्ट्रपति का चुनाव होता है. दोनों सदनों में कुल 782 सांसद हैं. इनमें 542 लोकसभा और 240 राज्यसभा के सांसद हैं. बहुमत के लिए 382 सांसदों की जरूरत है. सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में लोकसभा में 293 और राज्यसभा में 134 कुल 427 सांसदों का समर्थन बताया जा रहा है. यानी उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए का पलड़ा भारी दिख रहा है. उधर इंडिया गठबंधन के पास 355 सांसदों का गणित है, जिसमें 249 लोकसभा और 106 राज्यसभा के सदस्य शामिल हैं. हालांकि, इनमें से 133 सांसदों का समर्थन अभी अनिर्णित माना जा रहा है जो इस चुनाव के फैसले में निर्णायक साबित हो सकते हैं. इन्हीं अनिर्णित 133 वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए एनडीए और इंडिया गठबंधन की कोशिशें होगी. क्रॉस वोटिंग की भी संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा हुआ तो सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति बनने में ज्यादा आसानी होगी.

यह है चुनाव की प्रक्रिया

उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाला चुनाव सामान्य चुनाव से विपरीत होता है. उपराष्ट्रपति का चयन आनुपातिक प्रतिनिधित्व के माध्यम से एकल हस्तांतरणीय मत प्रणाली द्वारा किया जाता है. विजेता घोषित होने वाले उम्मीदवार को मतों का एक कोटा पार करना होगा जो कुल वैध वोटों के दो से भाग देकर और एक जोड़कर की जाती है. अगर कोई उम्मीदवार पहली मतगणना में इस कोटे को पार नहीं कर पता तो सबसे कम प्रथम-वरीयता वाले मत पाने वाले उम्मीदवार को प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता है. फिर उनके मतपत्रों को दूसरी वरीयता के आधार पर पुनर्वितरित किया जाता है. ये प्रक्रिया तब तक चलती है जब तक कोई उम्मीदवार बहुमत प्राप्त नहीं कर लेता.

अबतक 4 बार निर्विरोध चुने गए उपराष्ट्रपति

आजादी के बाद देश में उपराष्ट्रपति के लिए अबतक 16 बार चुनाव हो चुके हैं. इस दौरान 4 बार उपराष्ट्रपति को निर्विरोध चुना गया है. दो बार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. जाकिर हुसैन और मोहम्मद हिदायतुल्लाह निर्विरोध उपराष्ट्रपति चुने गये.

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