दुनिया के किसी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने को नहीं कहा, 22 अप्रैल का बदला 22 मिनट में लिया... सीजफायर पर संसद में बोले मोदी
- Posted on July 29, 2025
- देश
- By Bawal News
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New Delhi: पहलगाम अटैक, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर संसद में आज जोरदार बहस हुई. विपक्ष ने सीजफायर को लेकर सवाल उठाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दवाब में सीजफायर किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी देश ऐसा नहीं था, जिसने भारत को आतंकियों पर कार्रवाई करने से रोका होगा. यह मैसेज उन लोगों के लिए था, जो कहते थे कि पीएम मोदी को एक फोन आया और उन्होंने सीजफायर कर लिया. पीएम ने साफ कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा. मोदी ने कहा कि 9 तारीख की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने उन्हें फोन किया था, लेकिन सेना के साथ मीटिंग होने के कारण वे फोन नहीं उठा पाये. बाद में उनसे बात हुई तो उपराष्ट्रपति ने बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है. मोदी ने कहा तब “मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का ये इरादा है तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा.”
आईना दिखाने के लिए खड़ा हूं
पीएम मोदी ने कहा, जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता, उन्हें आईना दिखाने के लिए खड़ा हूं. ये आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने का सत्र है. प्रधानमंत्री ने कहा, 22 अप्रैल का बदला भारतीय सेना ने 22 मिनट में ले लिया. हमने मारा, लेकिन पाकिस्तान कुछ नहीं कर पाया. ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया कि आतंक के आकाओं और पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. थलसेना, वायुसेना और नौसेना के बीच के समन्वय ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए. भारत ने साबित कर दिया कि ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग’ अब नहीं चलेगी. ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की शौर्य गाथा है. यह विजयोत्सव आतंकी मुख्यालय को मिट्टी मिलाने और सिंदूर का सौगंध पूरा करने का है. हमने आतंकवादियों को कल्पना से भी परे सजा दी. हमने सेना को कार्रवाई की खुली छूट दी थी.
दंगे फैलाने की साजिश नाकाम हुई
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वो क्रूरता की पराकाष्ठा थी. ये भारत को हिंसा की आग में झोंकने का एक सोचा-समझा प्रयास था. ये भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी, लेकिन देश ने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया.
राहुल गांधी के बयान पर भी दिया जवाब
मोदी ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी जवाब दिया, जिसमें वे कहते हैं कि जब भारतीय विदेश मंत्री ने खुद ही फोन कर बता दिया था, तो पाकिस्तान से हमारी सेना लड़ती कैसे? मोदी ने कहा, हमने पहले दिन से क्लियर कर दिया था कि हमारा लक्ष्य है आतंकी. आतंकियों के आका, आतंकियों के मददगार. उनके अड्डे. उनको हम ध्वस्त करना चाहते हैं. हमने हमारा काम कर दिया है. 6-7 मई को ऑपरेशन पूरा होने के तुरंत बाद भारत की सेना ने पाकिस्तान की सेना को चंद मिनटों में बता दिया कि हमारा ये लक्ष्य था, हमने ये लक्ष्य पूरा कर दिया है, ताकि उन्हें पता चले और हमें पता चले कि उनके दिल दिमाग में क्या चल रहा है.
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