झारखंड को मिला बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट का अवार्ड, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
- Posted on January 25, 2025
- झारखंड
- By Bawal News
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चुनाव में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए झारखंड को बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट का अवार्ड मिला है. राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार को सम्मानित किया.
नई दिल्ली : लोकसभा और विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए झारखंड को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है. राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड को निर्वाचन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट का नेशनल अवार्ड दिया. नई दिल्ली के जोरावर ऑडिटोरियम के मानेकशां सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार को सम्मानित किया. इस मौके पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने राज्य के सभी मतदाताओं, निर्वाचन कार्य में लगे सभी बीएलओ, सभी मतदान कर्मी, पुलिस के पदाधिकारी, सुरक्षा बलों के जवानों, राजनीतिक दलों एवं मीडिया को उनके निर्वाचन के दौरान अपने कर्तव्य के निर्वहन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव का स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संपन्न होने का श्रेय सभी स्टेकहोल्डर को जाता है. हम सब के सम्मिलित प्रयास से आज राज्य को यह सम्मान प्राप्त हुआ है.
झारखंड में किये गए थे कई नवाचार
लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार के नेतृत्व में राज्य में कई नवाचार किए गए थे. जिसमें मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची को एकीकृत एवं समावेशी बनाते हुए इसकी त्रुटियों को शून्य स्तर पर लाने का प्रयास किया गया था. इसके तहत बीएलओ द्वारा कई बार प्रत्येक घरों के मतदाताओं का सत्यापन करते हुए उनके घरों पर स्टिकर चिपकाया गया था. पीवीटीजी मतदाताओं के लिए विशेष अभियान चलाकर मतदाता सूची से जोडने का कार्य किया गया था. वहीं मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों पर सुनिश्चित न्यून्तम सेवाओं जैसे बिजली, पानी, शौचालय, दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर एवं रैंप की व्यवस्था की गई थी.
नक्सल प्रभावित इलाकों में शांतिपूर्ण मतदान
सुदूर क्षेत्र के मतदाताओं के लिए उनके गांव में ही मतदान केंद्रों का निर्माण कराने के साथ ही 2 किलोमीटर से अधिक दूरी वाले मतदान केंद्रों के लिए वाहन कि भी व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही ऐसे कई नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी थे जहां इस बार पहली बार मतदाताओं ने शांतिपूर्ण मतदान किया. सुगम मतदान के लिए वाहन प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से कम से कम आम यातायात को बाधित करते हुए वाहनों को मतदान कार्यों के लिए उपयोग में लाया गया था. मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की सुगमता के लिए 1 लाख 20 हजार से अधिक वॉलेंटियर को ट्रेनिंग दी गई थी. जिन्होंने वृद्धजनों एवं दिव्यांग मतदाताओं एवं क्यू मैनेजमेंट में अहम भूमिका निभाई. शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी चेकपोस्टों को सीसीटीवी से लैस करते हुए मतदान केंद्रों के अंदर एवं बाहर की ओर से वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था की गई थी.
बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप बनाया गया था
मतदाताओं को जागरूक करने के लिए इंटरनेट मीडिया पर हैशटैग अभियान एवं हर वृहत स्तर पर स्वीप के तहत कार्यक्रम चलाया गया था. इसके साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर बूथ लेवल अवेयरनेस ग्रुप का भी निर्माण किया गया था, जिनके द्वारा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के नेतृत्व में चलाए जानेवाले जागरूकता के कारण लोकसभा चुनाव मतदान प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. वहीं 2024 के विधानसभा चुनाव में यह अबतक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत रहा. विधानसभा मतदान में महिला मतदाताओं के मतदान प्रतिशत में भी वृद्धि देखी गई.
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