शराब घोटाला मामले में IAS मनोज कुमार से ACB की पूछताछ, मुकेश कुमार को भी किया गया तलब
- Posted on October 30, 2025
- झारखंड
- By Bawal News
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Ranchi: राज्य के चर्चित शराब घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है. बुधवार को एसीबी ने पूर्व उत्पाद सचिव एवं वर्तमान समाज कल्याण विभाग के सचिव, IAS मनोज कुमार से करीब 38 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी प्रकरण में पूछताछ की. उनसे यह भी सवाल किए गए कि क्यों फर्जी गारंटी के बावजूद संबंधित एजेंसियों पर कार्रवाई नहीं की गई.
सूत्रों के मुताबिक, एसीबी मनोज कुमार को इस मामले में गवाह के रूप में शामिल कर सकती है. जांच एजेंसी ने उनसे उन दो प्लेसमेंट एजेंसियों - मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज - के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर पूछताछ की, जिन्हें झारखंड राज्य बेवरेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (JSBCL) के तहत खुदरा शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका मिला था. इन एजेंसियों द्वारा फर्जी बैंक गारंटी जमा करने के कारण राज्य सरकार को लगभग 38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
मनोज कुमार पर यह भी आरोप है कि उन्होंने एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब की बिक्री रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ की दो कंपनियों - दीशिता वेंचर्स प्रा. लि. और ओम साईं बेवरेजेज प्रा. लि. - को बिना मंत्री की जानकारी के ही 11 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया, जबकि इन कंपनियों पर झारखंड सरकार का करीब 450 करोड़ रुपये का बकाया था.
एसीबी ने इस मामले में 20 मई 2025 को रांची थाने में कांड संख्या 09/2025 दर्ज की थी. प्राथमिकी में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे समेत कई अधिकारियों पर पद के दुरुपयोग और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं.
IAS मुकेश कुमार से भी पूछताछ
एसीबी ने गुरुवार को पूर्व उत्पाद सचिव मुकेश कुमार को भी पूछताछ के लिए बुलाया है. मनोज कुमार से बुधवार को हुई पूछताछ अधूरी रह जाने के कारण उन्हें भी फिर से बुलाया गया है. एसीबी अब दोनों IAS अधिकारियों से संयुक्त रूप से पूछताछ करेगी.
सूत्रों के अनुसार, एसीबी को हाल ही में विनय कुमार चौबे के करीबी विनय सिंह की गिरफ्तारी के बाद छापेमारी में मिले दस्तावेजों से कई अहम सुराग मिले हैं, जिन पर आधारित सवाल तैयार कर पूछताछ की जा रही है.
अब तक 11 आरोपि गिरफ्तार
शराब घोटाला मामले में एसीबी अब तक 11 आरोपीयों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें निलंबित IAS विनय कुमार चौबे, संयुक्त आयुक्त (उत्पाद) गजेंद्र सिंह, पूर्व महाप्रबंधक (वित्त) सुधीर कुमार दास, पूर्व आयुक्त (उत्पाद) अमित प्रकाश, और अन्य अधिकारी शामिल हैं.
इसके अलावा गिरफ्तार आरोपि में मार्शन कंपनी के नीरज कुमार सिंह, छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया, प्रिज्म होलोग्राफी के विधु गुप्ता, ओम साईं बेवरेजेज के अतुल कुमार सिंह, मुकेश मनचंदा, तथा सुमित फैसिलिटीज के निदेशक अमित प्रभाकर सुलौंकी भी शामिल हैं. एसीबी की जांच जारी है और आने वाले दिनों में कुछ और वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की संभावना जताई जा रही है.
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